अमन खान ने किया 7 साल की बच्ची का रेप, पहले भी एक बच्ची को बनाया था शिकार, अब पुलिस पर चलाई गोली

हाथरस : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बिसावर गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 7 साल की एक बच्ची से रेप के आरोपी ने पुलिस हिरासत में बड़ी वारदात को अंजाम दिया। आरोपी, जिसे पहचाना गया है अमन (पुत्र चांद खां), को कोर्ट में पेश करने से पहले मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान नगला टोडा के पास आरोपी ने बाथरूम जाने की बात कही। जब चौकी इंचार्ज बिसावर उसे बाथरूम ले जाने के लिए उतरे, तभी आरोपी ने उनकी सरकारी पिस्टल छीन ली और फायरिंग कर दी।

आरोपी ने जान से मारने की नीयत से फायरिंग की, लेकिन गोली सरकारी गाड़ी पर जा लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लग गई। घायल आरोपी को जिला बागला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। थाना सादाबाद पुलिस मामले की कानूनी कार्रवाई कर रही है।

7 साल की बच्ची से रेप

ये वारदात शनिवार रात को बिसावर कस्बे में हुई थी। 7 साल की बच्ची के साथ रेप की वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी अमन खान को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया था। बच्ची का अभी अलीगढ़ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के बाद इलाके में रोष फैल गया। गुस्साए लोगों ने बाजार बंद कर प्रदर्शन किया।

बताया जा रहा है कि शनिवार देर शाम बच्ची घर से सामान लेने के लिए बाजार गई थी। रास्ते में आरोपी ने उसे अगवा कर लिया और उसके साथ दरिंदगी की। इसके बाद आरोपी बच्ची को बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गया। जैसे ही परिवार को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने बच्ची को तुरंत अस्पताल में एडमिट कराया।

ऐसी घटना समाज के लिए कलंक

ये मामला न केवल समाज के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करता है, बल्कि युवाओं के लिए भी एक सीख है। ऐसे जघन्य अपराधों के खिलाफ आवाज उठाना और पीड़ितों को न्याय दिलाने में मदद करना हम सभी की जिम्मेदारी है। साथ ही, ये घटना यह भी दिखाती है कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने और पुलिस प्रक्रियाओं में सुधार की कितनी जरूरत है।

पीड़िता को मिलेगा न्याय

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है और उसे हिरासत में ले लिया गया है। अब ये उम्मीद की जा रही है कि पीड़ित बच्ची को न्याय मिलेगा और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई होगी। युवाओं को भी इस मामले से सीख लेते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करना चाहिए।

इस तरह की घटनाएं हमें ये याद दिलाती हैं कि हमें अपने आसपास के माहौल को सुरक्षित और संवेदनशील बनाने की जरूरत है। साथ ही, ऐसे मामलों में पीड़ितों का साथ देना और उन्हें न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाना हमारा नैतिक कर्तव्य है।

50 से ज्यादा छात्राओं के साथ गंदी हरकत, प्रोफेसर Video बना करता था ये काम

हाथरस :  उत्तर प्रदेश से एक और दुखद घटना सामने आई है। इस घटना को जो भी देख रहा है वो हैरान हो रहा है। मामला उत्तर प्रदेश के हाथरस का है। जहां एक प्रोफेसर पर 59 छात्राओं के साथ यौन शोषण के आरोप लगे हैं। इतना ही नहीं प्रोफेसर के गंदे काम की वीडियो भी सामने आई हैं। इन वीडियो में आरोपी अलग-अलग छात्राओं के साथ गंदी हरकत करता नजर आ रहा है।

दरअसल एक न्यूज चैनल ने एक गुमनाम पत्र मिलने का दावा किया है। चैनल का दावा है कि इस पत्र को भेजने वाले ने अपना नाम न लिखकर केवल “आपकी अभागी बहन” लिखा था। इस चिट्ठी के साथ एक पेन ड्राइव भी थी, जिसमें 59 आपत्तिजनक वीडियो थे। जैसे ही ये पत्र मिला, चैनल की टीम ने इसकी पड़ताल शुरू की, और जो कहानी सामने आई, वो रोंगटे खड़े कर देने वाली थी।

हाथरस जिले का चौंकाने वाला मामला

ये पूरा मामला उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का है, जहां स्थित सेठ फूलचंद्र बागला डिग्री कॉलेज में कुछ समय पहले तक रजनीश कुमार नामक एक प्रोफेसर कार्यरत थे। भले ही वो भूगोल पढ़ाते थे, लेकिन उनकी दिलचस्पी पढ़ाई से ज्यादा घिनौनी करतूतों में थी, जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं था।

रजनीश कुमार कॉलेज की छात्राओं का यौन शोषण करता था और उनकी आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। ये गुमनाम चिट्ठी संभवतः उन्हीं में से किसी पीड़िता द्वारा भेजी गई थी, जिसमें उसने अपना दर्द बयां किया था। पत्र के साथ भेजे गए वीडियो इन आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत थे।

यौन शोषण के वीडियो हुए वायरल

बाद में कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिससे ये मामला और भी गंभीर हो गया। जांच के दौरान ये जानकारी सामने आई कि पीड़ित छात्राओं ने राष्ट्रीय महिला आयोग और हाथरस पुलिस को भी इसी तरह की शिकायत भेजी थी, जिसमें एक सीडी बतौर सबूत शामिल थी। हालांकि, पत्र भेजने वाले ने अपनी पहचान उजागर नहीं की थी।

पुलिस की कार्रवाई और कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिकायत और वीडियो के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए चीफ प्रॉक्टर रजनीश कुमार के खिलाफ यौन शोषण की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली। इसके बाद पुलिस ने कॉलेज के प्रिंसिपल और मैनेजमेंट से संपर्क किया।

जैसे ही एफआईआर दर्ज हुई, कॉलेज प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से एक आपात बैठक बुलाई और रजनीश कुमार को तत्काल निलंबित कर दिया।

मामले की जांच जारी

ये मामला केवल एक व्यक्ति के घिनौने कृत्य का ही नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। कॉलेज और पुलिस प्रशासन अब इस केस की गहराई से जांच कर रहे हैं, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी अन्य छात्रा को इस प्रकार की प्रताड़ना का सामना न करना पड़े।

इस मामले ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि समाज में कुछ लोग अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर मासूमों का शोषण करते हैं। लेकिन एक बहादुर पीड़िता की हिम्मत और साहस के चलते ये मामला उजागर हुआ, जिससे न्याय की उम्मीद जगी है। पुलिस और प्रशासन से उम्मीद है कि वे जल्द से जल्द इस मामले में दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे।

‘रमजान में पत्नी संबंध नहीं बनाने दे रही थी, तो छात्र का अपहरण कर कुकर्म के बाद हत्या की’

कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 5वीं कक्षा के छात्र की अपहरण के बाद कुकर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि रमजान के दौरान पत्नियां उनके साथ संबंध बनाने से इनकार कर रही थीं, इसी कारण उन्होंने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।

घटना का क्रम

कानपुर में एक मासूम छात्र के अपहरण की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। आरोपियों ने पहले छात्र का अपहरण किया और उसके साथ कुकर्म किया। जब छात्र ने इस अमानवीय घटना की जानकारी अपने परिजनों को देने की बात कही, तो आरोपी डर गए और उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया।

हत्या के बाद, आरोपियों ने छात्र के मोबाइल से उसके परिजनों को मैसेज भेजकर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, छात्र के घरवालों ने ये मैसेज समय पर नहीं देखा। बाद में जब उन्हें किसी ने मोबाइल चेक करने की सलाह दी, तब उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

पुलिस जांच और आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मोबाइल को ट्रेस किया और शक के आधार पर नजर अली उर्फ हुसैनी को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान छात्र का मोबाइल आरोपी के पास से बरामद हुआ। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। हालांकि, इस वारदात में शामिल उसका साथी अजहर अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

हत्या की नृशंसता

छात्र के शव पर 90 से अधिक घाव मिले, जो हत्या की बर्बरता को दर्शाते हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने ये भी स्वीकार किया कि रमजान के महीने में पत्नियां रोजे की वजह से शारीरिक संबंध बनाने से परहेज कर रही थीं। इसी कारण उसने गांव के एक बच्चे को अगवा करने की योजना बनाई। उसकी मंशा न केवल अपनी विकृत इच्छाओं को पूरा करने की थी, बल्कि फिरौती के रूप में कुछ पैसे भी हासिल करने की थी।

इलाके में आक्रोश और पुलिस की कार्रवाई

इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में रोष है। स्थानीय लोग आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही फरार आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और दोषियों को कठोरतम सजा दिलाई जाएगी।

ये घटना समाज में बढ़ते अपराधों और नैतिक पतन का एक भयावह उदाहरण है, जिससे सभी को सतर्क रहने और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।

होली साल में एक बार आती है, जुमा की नमाज 52 बार होती है- CO अनुज चौधरी

 संभल: आगामी त्योहारों को लेकर संभल पुलिस ने तैयारी तेज कर दी हैं। होली और ईद पर शांति बनी रहे इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है। त्यौहार  सही तरीके से निपटाने के लिए पुलिस प्रशासन ने शांति समिति की बैठक आयोजित की।

इस बैठक में अलग-अलग धर्म के लोग शामिल हुए। साथ ही इसमे कई धर्म गुरु भी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद सीओ अनुज चौधरी (CO Anuj Chaudhary) ने लोगों से आपसी भाईचारे को बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि त्योहारों को मिलजुलकर मनाएं। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

होली और जुमा को लेकर सीओ ने कही ये बात

इस बैठक में सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा की नमाज 52 बार होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि किसी को होली के रंगों से असुविधा होती है, तो वो उस दिन घर में ही रहें। और अगर बाहर निकलें, तो खुले दिल से माहौल को स्वीकार करें, क्योंकि उस दिन पूरा माहौल होली के रंग में सराबोर रहता है।

त्योहारों में मिलजुलकर मनाने की अपील

सीओ ने कहा कि त्योहारों का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना है। उन्होंने दोनों संप्रदायों के लोगों से एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जैसे मुस्लिम समुदाय ईद का बेसब्री से इंतजार करता है, वैसे ही हिंदू समाज होली को लेकर उत्साहित रहता है

उन्होंने बताया कि हर त्योहार लोगों को जोड़ने और खुशियां बांटने का संदेश देता हैहोली के दिन लोग रंग लगाकर, मिठाइयां बांटकर और शुभकामनाएं देकर उत्सव मनाते हैं, जबकि ईद पर खास पकवान बनाए जाते हैं और गले मिलकर भाईचारे का संदेश दिया जाता है। दोनों त्योहारों का सार प्रेम, एकता और आपसी सम्मान में निहित है

जबरन रंग लगाने पर होगी सख्त कार्रवाई

सीओ ने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति पर जबरन रंग न लगाया जाए। उन्होंने अपील की कि त्योहारों के दौरान ऐसा कोई भी कार्य न करें, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों। यदि कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने सभी से शांति, सद्भाव और आपसी सहयोग बनाए रखने की अपील की, ताकि हर त्योहार खुशी और उल्लास के साथ मनाया जा सके

सलमान ने दोस्तों संग पहले गैंगरेप किया, फिर तेजाब से मिटाया ॐ

मुरादाबाद : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक नाबालिग दलित लड़की के साथ हुए जघन्य अपराध का मामला सामने आया है। 14 साल की इस किशोरी को चार युवकों ने अगवा कर दो महीने तक बंधक बनाकर रखा और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।

इस दौरान आरोपियों ने उसके हाथ पर बने “ॐ” के निशान को मिटाने के लिए तेजाब का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, जब पीड़िता ने खाने के लिए कुछ मांगा तो उसे जबरदस्ती बीफ खिलाया गया।

दो महीने तक दर्दनाक कैद

मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता की चाची ने भगतपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिनमें 137(2), 70(1), 123, 127(4), 299, 351(3), 124(1), पॉक्सो एक्ट की धारा 5 और 6 के साथ-साथ एससी/एसटी एक्ट भी शामिल है। पुलिस ने मुख्य आरोपी सलमान को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है।

कैसे हुआ अपहरण?

पीड़िता की चाची के अनुसार, 2 जनवरी 2025 को किशोरी अपने कपड़े सिलवाने बाजार जा रही थी, तभी रास्ते में गांव के ही सलमान, जुबैर, राशिद और आरिफ नाम के युवकों ने उसे जबरन कार में खींच लिया। इसके बाद उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया गया। जब लड़की को होश आया, तो वो एक कमरे में थी और उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। अगले दो महीनों तक आरोपियों ने उसके साथ बर्बरता जारी रखी।

परिवार की तलाश और घर वापसी

लड़की के लापता होने के बाद परिवार ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 3 जनवरी को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई, लेकिन पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी। फिर 2 मार्च को लड़की किसी तरह घर वापस पहुंची। उसकी हालत बेहद गंभीर थी।

परिजनों ने बताया कि घर पहुंचने के बाद पीड़िता ने आपबीती सुनाई। उसने बताया कि जब भी वो होश में आती और कुछ खाने के लिए मांगती, तो आरोपी उसे जबरदस्ती बीफ खिलाते थे। जब उसने इसका विरोध किया, तो उसे धमकाया गया और प्रताड़ित किया गया।

ॐ का टैटू हटाने के लिए तेजाब का इस्तेमाल

शिकायत में बताया गया है कि पीड़िता के हाथ पर ॐ का टैटू बना हुआ था, जिसे आरोपी मिटाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने उसके हाथ पर तेजाब डाल दिया। इतना ही नहीं, उसे धमकी दी गई कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया, तो उसके चेहरे पर भी तेजाब डाल दिया जाएगा।

डराने-धमकाने के बाद भोजपुर में छोड़ा

लगातार दो महीने तक यातनाएं झेलने के बाद आरोपियों ने पीड़िता को भोजपुर में छोड़ दिया और धमकी दी कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया, तो उसे और उसकी चाची को उठा लिया जाएगा।

पुलिस की कार्रवाई

मुरादाबाद एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि 3 मार्च को पुलिस को शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें बताया गया कि एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप हुआ है। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

न्याय की मांग

घटना के बाद इलाके में आक्रोश है। स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। पीड़िता और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है।

स्वामी विवेकानंद का जीवन युवा पीढ़ी के लिए आदर्श- Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “Swami Vivekananda कहते थे कि चुनौती जितनी बड़ी होगी, जीत उतनी ही शानदार होगी। ये संदेश आज भी हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”

इस मौके पर CM योगी ने AI आधारित एकीकृत पोर्टल ‘युवा साथी’ का शुभारंभ किया। साथ ही, राज्य स्तरीय ‘विवेकानंद यूथ अवॉर्ड’ से युवा शक्ति को सम्मानित और प्रांतीय रक्षक दल के मृतक जवानों के आश्रितों को चयन-पत्र भी वितरित किए।

चुनौती और सफलता का संबंध

योगी आदित्यनाथ ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को ताजा करते हुए कहा, “स्वामी विवेकानंद ने जीवन में चुनौतियों का सामना करते हुए जो मार्ग प्रशस्त किया, वही आज की युवा पीढ़ी के लिए आदर्श बन सकता है।” उन्होंने आगे कहा कि आज के युवा को ये समझना चाहिए कि जीवन की बड़ी सफलता बड़ी चुनौतियों से ही मिलती है।

आध्यात्मिक और वैज्ञानिक संतुलन

मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि युवाओं को अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करना चाहिए, लेकिन साथ ही उन्हें आधुनिक ज्ञान-विज्ञान से भी खुद को वंचित नहीं करना चाहिए। “स्वामी विवेकानंद ने हमेशा संतुलित दृष्टिकोण की बात की थी। ये जरूरी है कि हम अपनी संस्कृति से जुड़ें और साथ ही आधुनिक विज्ञान और तकनीकी विकास से खुद को अपडेट रखें,” योगी आदित्यनाथ ने कहा।

युवाओं के लिए प्रेरणा

योगी ने इस अवसर पर युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, “आज का युवा अगर स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों को समझे और उन पर अमल करे, तो वो न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकता है, बल्कि देश की तरक्की में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।”

स्वामी विवेकानंद के योगदान और उनके दृष्टिकोण को आज के समय में भी लागू करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने युवाओं को एक सकारात्मक दिशा में प्रेरित किया।

2025 के पहले दिन CM Yogi की पहली बैठक

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने Uttar Pradesh State Road Safety Council की बैठक की अध्यक्षता की। इस मीटिंग में road safety measures को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। सीएम योगी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए public awareness campaigns चलाना बेहद जरूरी है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि high-risk areas में सड़क सुरक्षा के मानकों को तुरंत लागू किया जाए। साथ ही, traffic management system को अपग्रेड करने और तकनीक का अधिकतम उपयोग करने पर जोर दिया गया।

बैठक में यह भी चर्चा हुई कि स्कूल और कॉलेजों में road safety education को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए। सीएम योगी ने कहा, “सड़क पर हर एक जिंदगी कीमती है, और इसे बचाने के लिए collective efforts की जरूरत है।”

इस दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी, ट्रैफिक पुलिस के प्रतिनिधि और NGO partners भी मौजूद रहे।

CM Yogi ने Mahakumbh Mela 2025 की तैयारियों का जायजा लिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने प्रयागराज में आगामी Mahakumbh Mela 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाले इस महापर्व के लिए प्रशासन ने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं।

सीएम योगी ने संगम घाट पर आरती की और ‘लेटे हुए हनुमान जी मंदिर’ में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा:
“प्रयागराज सिटी का कायाकल्प करने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 200 से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है। सिटी के सौंदर्यकरण के लिए व्यापक कार्य किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर खास व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।”

https://twitter.com/AHindinews/status/1874030350932017331

Highlights of Preparations for Mahakumbh 2025:

  • प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर लगभग 5000 एकड़ क्षेत्र में पार्किंग स्पेस की व्यवस्था।
  • संगम से 2-5 किलोमीटर के दायरे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खास इंतजाम।
  • शहर के अंदर सौंदर्यकरण और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार।
  • सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह पुख्ता बनाने का आश्वासन।

सीएम योगी ने कहा, “महाकुंभ 2025 की ये पावन बेला 144 वर्षों के बाद आ रही है। ये केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक समृद्धि का प्रतीक है। दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु यहां आएंगे, और हमारा प्रयास है कि उन्हें सर्वोत्तम अनुभव प्रदान किया जाए।”

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में बायो सीएनजी प्लांट का भी निरीक्षण किया, जो पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

क्या है Yogi Sarkar की One District One Product योजना ?, कैसे मिलेगा लाभ ?

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