कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 5वीं कक्षा के छात्र की अपहरण के बाद कुकर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि रमजान के दौरान पत्नियां उनके साथ संबंध बनाने से इनकार कर रही थीं, इसी कारण उन्होंने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
घटना का क्रम
कानपुर में एक मासूम छात्र के अपहरण की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। आरोपियों ने पहले छात्र का अपहरण किया और उसके साथ कुकर्म किया। जब छात्र ने इस अमानवीय घटना की जानकारी अपने परिजनों को देने की बात कही, तो आरोपी डर गए और उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया।
हत्या के बाद, आरोपियों ने छात्र के मोबाइल से उसके परिजनों को मैसेज भेजकर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, छात्र के घरवालों ने ये मैसेज समय पर नहीं देखा। बाद में जब उन्हें किसी ने मोबाइल चेक करने की सलाह दी, तब उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जांच और आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मोबाइल को ट्रेस किया और शक के आधार पर नजर अली उर्फ हुसैनी को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान छात्र का मोबाइल आरोपी के पास से बरामद हुआ। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। हालांकि, इस वारदात में शामिल उसका साथी अजहर अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
हत्या की नृशंसता
छात्र के शव पर 90 से अधिक घाव मिले, जो हत्या की बर्बरता को दर्शाते हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने ये भी स्वीकार किया कि रमजान के महीने में पत्नियां रोजे की वजह से शारीरिक संबंध बनाने से परहेज कर रही थीं। इसी कारण उसने गांव के एक बच्चे को अगवा करने की योजना बनाई। उसकी मंशा न केवल अपनी विकृत इच्छाओं को पूरा करने की थी, बल्कि फिरौती के रूप में कुछ पैसे भी हासिल करने की थी।
इलाके में आक्रोश और पुलिस की कार्रवाई
इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में रोष है। स्थानीय लोग आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही फरार आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और दोषियों को कठोरतम सजा दिलाई जाएगी।
ये घटना समाज में बढ़ते अपराधों और नैतिक पतन का एक भयावह उदाहरण है, जिससे सभी को सतर्क रहने और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।