UP Sarkar Naukri 2025 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को देवीपाटन मंडल में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। सीएम का ये बयान भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा।
भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाएगा, उसके परिवार की ये आखिरी नौकरी होगी। उन्होंने युवा उद्यमियों से संवाद करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति बेईमानी करता है तो उसकी शिकायत सीधे मुझसे करें। राज्य सरकार अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और इस नीति में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
“वो परिवार की आखिरी सरकारी नौकरी होगी…”
मुख्यमंत्री ने जनता को आगाह करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति लोन दिलाने के नाम पर पैसे की मांग करता है तो उस पर भरोसा न करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसकी शिकायत करें। यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा अवैध रूप से धन की मांग की जाती है तो सरकार इसकी जांच कराएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने सख्त लहजे में कहा, “जो व्यक्ति गलत तरीके से आपसे पैसे मांगेगा, उसे ये याद रखना चाहिए कि ये उसके परिवार की आखिरी सरकारी नौकरी होगी। भविष्य में उस परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी सेवा में नहीं आ पाएगा। हम इतनी सख्त कार्रवाई करेंगे कि यह एक मिसाल बनेगी।”
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में महिला सशक्तिकरण को लेकर भी अपनी सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 2017 से पहले जब उन्होंने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी, तब प्रदेश पुलिस बल में महिला कर्मियों की संख्या केवल 10,000 थी। सरकार ने निर्णय लिया कि अब हर भर्ती में कम से कम 20% पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
हाल ही में संपन्न हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़ी संख्या में बालिकाओं को नियुक्ति दी गई है, जिससे महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार की ये सख्त नीति प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ाने और जनता का विश्वास कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।