Mahakumbh 2025: हर दिन एक लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद दे रहा अडानी ग्रुप

Mahakumbh 2025: इस्कॉन ने महाकुंभ 2025 के दौरान हर दिन एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं को भोजन परोसने के लिए स्टेट-ऑफ-द-आर्ट मेगा किचन का उद्घाटन किया है। ये मेगा किचन महाकुंभ मेले के दौरान 20 निर्धारित स्थानों पर प्रसाद तैयार करके वितरित करेगी।

अडानी समूह और इस्कॉन ने इस पहल को सफल बनाने के लिए साझेदारी की है। महाप्रसाद सेवा 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ मेले की पूरी अवधि में उपलब्ध कराई जाएगी।

‘अडानी परिवार का आभार’

इस्कॉन किचन मैनेजर, दीन गोपाल दास ने कहा,“हम अडानी परिवार का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने हमारी भरपूर मदद की। इससे पहले, 2013 के कुंभ मेले में हम हर दिन 5,000 से 10,000 भक्तों को प्रसाद परोसते थे। लेकिन अडानी समूह के योगदान से अब हमारी क्षमता 10 गुना बढ़ गई है। उन्होंने हमारी मेगा किचन को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है।

दास ने आगे बताया कि रसोई सुबह 2 बजे शुरू होती है और सुबह 9 बजे तक 50,000 से ज्यादा लोगों के लिए प्रसाद तैयार हो जाता है। ये सेवा, समर्पण और सहयोग का बेहतरीन उदाहरण है।

महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को स्वादिष्ट और शुद्ध प्रसाद परोसने के लिए ये पहल न सिर्फ इस्कॉन और अडानी समूह की जिम्मेदारी का प्रतीक है, बल्कि मेले में आने वाले भक्तों के लिए एक खास अनुभव भी।

PM Modi इस खास दिन लगाएंगे महाकुंभ में आस्था की डुबकी, हो गई तैयारी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में हो रहे महाकुंभ मेले में करोड़ों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के कौने-कौने से लोग महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि जल्द ही देश के प्रधानमंत्री Narendra Modi भी Prayagraj का दौरा कर सकते हैं।

इस संभावित दौरे के दौरान प्रधानमंत्री कई सरकारी योजनाओं की review करेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं। पीएम के दौरे को लेकर Sangam area और आस-पास के इलाकों में सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं।

Mahakumbh से पहले बड़े दौरे की तैयारी

प्रयागराज में 22 जनवरी को महाकुंभ के दौरान योगी कैबिनेट की बैठक होगी। इस बैठक के बाद, 27 जनवरी को गृह मंत्री Amit Shah महाकुंभ में शामिल होंगे। गृह मंत्री के कार्यक्रम का शेड्यूल पहले ही जारी किया जा चुका है। इसमें संगम स्नान, Ganga Pujan, और अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें शामिल हैं।

Security Arrangements in Full Swing

गृह मंत्री के आगमन को देखते हुए Police और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। शहर के प्रमुख चौराहों और कार्यक्रम स्थलों पर special surveillance रखी जा रही है। वहीं, पीएम मोदी के दौरे को लेकर संगम क्षेत्र में सुरक्षा की समीक्षा और निगरानी का स्तर और बढ़ा दिया गया है।

महाकुंभ आएंगे PM Modi ?

  1. 22 जनवरी: योगी कैबिनेट की बैठक
  2. 27 जनवरी: गृह मंत्री अमित शाह का महाकुंभ में शिरकत
  3. 5 फरवरी: पीएम मोदी का संभावित दौरा

Prayagraj के इन बड़े आयोजनों से सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रशासन हर स्तर पर आयोजन को सफल बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है।

Mahakumbh 2025 : संतों पर पुष्प वर्षा में हुई देरी से CM Yogi नाराज, दर्ज हुई FIR

प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbh) के पहले दिन पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से flower shower में देरी हो गई। इस मामले में योगी सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है। इस देरी को लेकर aviation company के सीईओ और पायलट समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

क्या है मामला?

योगी सरकार ने एमए हेरिटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को पौष पूर्णिमा पर सुबह श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन आरोप है कि कंपनी ने बिना पूर्व सूचना दिए अपना हेलीकॉप्टर Ayodhya भेज दिया। इस वजह से महाकुंभ के पहले दिन सुबह श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा नहीं हो सकी।

स्थिति संभालने के लिए सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने तुरंत एक दूसरा हेलीकॉप्टर मंगवाया। हालांकि, पुष्प वर्षा का आयोजन शाम 4 बजे के बाद ही संभव हो पाया।

केस दर्ज और जांच शुरू

इस देरी और अव्यवस्था के बाद, यूपी के सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के ऑपरेशन्स मैनेजर केपी रमेश की शिकायत पर महाकुंभ नगर की कोतवाली में FIR दर्ज की गई। आरोपियों में कंपनी के सीईओ रोहित माथुर, पायलट कैप्टन पुनीत खन्ना, और ऑपरेशन मैनेजर शामिल हैं।

महाकुंभ पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

श्रद्धालुओं की नाराजगी

पौष पूर्णिमा के दिन सुबह पुष्प वर्षा न होने से श्रद्धालुओं और साधु-संतों में नाराजगी देखी गई। ये मुद्दा तूल पकड़ गया, जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई का निर्णय लिया।

महाकुंभ में पुष्प वर्षा का महत्व

महाकुंभ के दौरान सरकार ने सभी छह स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं और साधु-संतों पर पुष्प वर्षा का आयोजन करने का निर्णय लिया है।

  • 13 जनवरी: स्नान पर शाम 4 बजे पुष्प वर्षा हुई।
  • 14 जनवरी: सुबह 11 बजे पुष्प वर्षा का आयोजन हुआ।

हालांकि, पौष पूर्णिमा के दिन पुष्प वर्षा में हुई देरी ने आयोजन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है कि आने वाले सभी स्नान पर्वों पर समय पर पुष्प वर्षा सुनिश्चित की जाएगी।

इस घटना ने महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन में सही coordination और management की जरूरत को उजागर किया है। प्रशासन का कहना है कि आगे ऐसी समस्याओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

Naga Sadhu Rituals : कैसे होता है नागा साधु और अघोरियों का अंतिम संस्कार, क्यों नहीं जलाते शव ?

Naga Sadhu Rituals : अघोरियों का जीवन जितना रहस्यमयी होता है, उतना ही अनूठा और विचित्र उनका अंतिम संस्कार भी माना जाता है। अघोर पंथ, जिसे प्राचीन भारतीय तांत्रिक परंपरा का हिस्सा माना जाता है, अपनी साधना और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। अघोरियों का अंतिम संस्कार उनकी मान्यताओं और साधना से गहराई से जुड़ा होता है, और ये आम समाज की अंतिम संस्कार विधियों से बिल्कुल अलग है।

अघोरियों की अंतिम यात्रा

अघोरियों के अनुसार, मृत्यु केवल शरीर का त्याग है, आत्मा को मोक्ष की ओर ले जाने का मार्ग। उनका अंतिम संस्कार बेहद साधारण और प्रकृति से जुड़ा होता है।

  1. चिता का उपयोग नहीं:
    अघोरियों का अंतिम संस्कार प्रायः गंगा या किसी पवित्र नदी के किनारे किया जाता है। उनके शरीर को जलाने की परंपरा आमतौर पर नहीं होती।
  2. प्राकृतिक विलय:
    कई बार उनके शरीर को बिना जलाए सीधे नदी में प्रवाहित कर दिया जाता है। इसे “प्राकृतिक विलय” कहा जाता है, जो प्रकृति के चक्र का हिस्सा माना जाता है।
  3. साधना के उपकरणों के साथ विदाई:
    अघोरियों के शव के साथ उनकी साधना में उपयोग किए गए उपकरण, जैसे कपाल (खोपड़ी), भस्म (राख), और माला, भी रखे जाते हैं।

विशेष संस्कार विधियां

  • कुछ अघोरियों का अंतिम संस्कार उनके शिष्यों द्वारा उनकी इच्छानुसार किया जाता है।
  • यदि कोई अघोरी गहरे ध्यान या समाधि में मृत्यु को प्राप्त करता है, तो उसे समाधि स्थल बनाकर सम्मान दिया जाता है।
  • ऐसी मान्यता है कि अघोरियों का शरीर भी “पवित्र” होता है, और इसे जलाने की बजाय सीधे प्रकृति को समर्पित करना उचित है।

अघोर परंपरा और समाज

अघोर पंथ समाज की आम धारणाओं से परे है। उनका विश्वास है कि जीवन और मृत्यु के बीच कोई बड़ा अंतर नहीं है। उनके लिए मृत्यु केवल एक “परिवर्तन” है।

  • अघोरियों का अंतिम संस्कार न केवल उनकी परंपरा का हिस्सा है, बल्कि यह उनके आत्मा की मोक्ष यात्रा का प्रतीक भी है।
  • उनके इस रहस्यमय और सरल जीवन के पीछे प्रकृति से जुड़ाव और भौतिकता से परे की सोच झलकती है।

अघोरियों का अंतिम संस्कार न केवल उनकी साधना और जीवनशैली का हिस्सा है, बल्कि ये उनके दर्शन और प्रकृति के साथ जुड़ाव का भी उदाहरण है। ये परंपरा हमें सिखाती है कि जीवन और मृत्यु, दोनों ही प्रकृति के चक्र का हिस्सा हैं।

“अघोर परंपरा: रहस्य, साधना, और मोक्ष की अनूठी यात्रा।”

Mahakumbh 2025: पत्रकार ने पूछे उल्टे सवाल, चिमटे से बाबा ने कर दिया इलाज

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में शुरू हुए महाकुंभ में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग चुका है। धर्म और आस्था के इस विशाल आयोजन में करोड़ों लोग शामिल हो रहे हैं। ऐसे में वहां से अजीबो-गरीब घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना लाजमी है। इन दिनों एक Trending Video तेजी से इंटरनेट पर छाया हुआ है, जिसमें कुंभ में स्नान के लिए आए एक बाबा ने एक यूट्यूबर पत्रकार को चिमटे से पीट दिया।

चिमटे से हुई यूट्यूबर की कुटाई

ये घटना कुंभ मेले में तब हुई, जब एक यूट्यूबर साधु बाबा से बातचीत के लिए उनके टेंट तक पहुंचा। बाबा से कुंभ के अनुभव और भगवान भजन के बारे में सवाल करना यूट्यूबर को भारी पड़ गया। बाबा ने यूट्यूबर के सवालों को अपना अपमान समझा और अचानक गुस्से में आकर धोती से चिमटा निकाला और यूट्यूबर को पीटना शुरू कर दिया।

वीडियो में दिख रहा है कि यूट्यूबर ने बाबा से पूछा, “आप यहां किस भगवान का भजन करते हैं? हमें भी भजन सुनाइए।” इस पर बाबा को लगा कि यूट्यूबर उनका मजाक बना रहा है। गुस्से में बाबा ने कहा, “क्या हम तुम्हें तमाशा दिखाने बैठे हैं?” और फिर यूट्यूबर की चिमटे से कुटाई शुरू कर दी।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब तक इसे 97 हजार से ज्यादा बार देखा गया है, और हजारों लोगों ने इसे लाइक भी किया है।

यूजर्स के मजेदार रिएक्शन

वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स के मजेदार रिएक्शन आ रहे हैं:

  • एक यूजर ने लिखा, “क्या बात है बाबा जी, चिमटे का क्या शानदार इस्तेमाल किया है!”
  • दूसरे ने कहा, “इस बाबा पर केस होना चाहिए, हमला करने का लाइव प्रूफ है।”
  • किसी और ने लिखा, “बाबा से मजाक नहीं करना, वरना ऐसे ही चिमटे से कूटा जाएगा।”

महाकुंभ: आस्था और अजीबोगरीब किस्सों का संगम

महाकुंभ का आयोजन सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि अजीबो-गरीब घटनाओं की वजह से भी चर्चा में रहता है। ये घटना भी इसकी एक झलक है, जो इंटरनेट पर लोगों का भरपूर मनोरंजन कर रही है।

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