PM Modi इस खास दिन लगाएंगे महाकुंभ में आस्था की डुबकी, हो गई तैयारी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में हो रहे महाकुंभ मेले में करोड़ों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के कौने-कौने से लोग महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि जल्द ही देश के प्रधानमंत्री Narendra Modi भी Prayagraj का दौरा कर सकते हैं।

इस संभावित दौरे के दौरान प्रधानमंत्री कई सरकारी योजनाओं की review करेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं। पीएम के दौरे को लेकर Sangam area और आस-पास के इलाकों में सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं।

Mahakumbh से पहले बड़े दौरे की तैयारी

प्रयागराज में 22 जनवरी को महाकुंभ के दौरान योगी कैबिनेट की बैठक होगी। इस बैठक के बाद, 27 जनवरी को गृह मंत्री Amit Shah महाकुंभ में शामिल होंगे। गृह मंत्री के कार्यक्रम का शेड्यूल पहले ही जारी किया जा चुका है। इसमें संगम स्नान, Ganga Pujan, और अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें शामिल हैं।

Security Arrangements in Full Swing

गृह मंत्री के आगमन को देखते हुए Police और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। शहर के प्रमुख चौराहों और कार्यक्रम स्थलों पर special surveillance रखी जा रही है। वहीं, पीएम मोदी के दौरे को लेकर संगम क्षेत्र में सुरक्षा की समीक्षा और निगरानी का स्तर और बढ़ा दिया गया है।

महाकुंभ आएंगे PM Modi ?

  1. 22 जनवरी: योगी कैबिनेट की बैठक
  2. 27 जनवरी: गृह मंत्री अमित शाह का महाकुंभ में शिरकत
  3. 5 फरवरी: पीएम मोदी का संभावित दौरा

Prayagraj के इन बड़े आयोजनों से सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रशासन हर स्तर पर आयोजन को सफल बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है।

Mahakumbh 2025 : संतों पर पुष्प वर्षा में हुई देरी से CM Yogi नाराज, दर्ज हुई FIR

प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbh) के पहले दिन पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से flower shower में देरी हो गई। इस मामले में योगी सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है। इस देरी को लेकर aviation company के सीईओ और पायलट समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

क्या है मामला?

योगी सरकार ने एमए हेरिटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को पौष पूर्णिमा पर सुबह श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन आरोप है कि कंपनी ने बिना पूर्व सूचना दिए अपना हेलीकॉप्टर Ayodhya भेज दिया। इस वजह से महाकुंभ के पहले दिन सुबह श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा नहीं हो सकी।

स्थिति संभालने के लिए सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने तुरंत एक दूसरा हेलीकॉप्टर मंगवाया। हालांकि, पुष्प वर्षा का आयोजन शाम 4 बजे के बाद ही संभव हो पाया।

केस दर्ज और जांच शुरू

इस देरी और अव्यवस्था के बाद, यूपी के सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के ऑपरेशन्स मैनेजर केपी रमेश की शिकायत पर महाकुंभ नगर की कोतवाली में FIR दर्ज की गई। आरोपियों में कंपनी के सीईओ रोहित माथुर, पायलट कैप्टन पुनीत खन्ना, और ऑपरेशन मैनेजर शामिल हैं।

महाकुंभ पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

श्रद्धालुओं की नाराजगी

पौष पूर्णिमा के दिन सुबह पुष्प वर्षा न होने से श्रद्धालुओं और साधु-संतों में नाराजगी देखी गई। ये मुद्दा तूल पकड़ गया, जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई का निर्णय लिया।

महाकुंभ में पुष्प वर्षा का महत्व

महाकुंभ के दौरान सरकार ने सभी छह स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं और साधु-संतों पर पुष्प वर्षा का आयोजन करने का निर्णय लिया है।

  • 13 जनवरी: स्नान पर शाम 4 बजे पुष्प वर्षा हुई।
  • 14 जनवरी: सुबह 11 बजे पुष्प वर्षा का आयोजन हुआ।

हालांकि, पौष पूर्णिमा के दिन पुष्प वर्षा में हुई देरी ने आयोजन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है कि आने वाले सभी स्नान पर्वों पर समय पर पुष्प वर्षा सुनिश्चित की जाएगी।

इस घटना ने महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन में सही coordination और management की जरूरत को उजागर किया है। प्रशासन का कहना है कि आगे ऐसी समस्याओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

Mahakumbh 2025: पत्रकार ने पूछे उल्टे सवाल, चिमटे से बाबा ने कर दिया इलाज

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में शुरू हुए महाकुंभ में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग चुका है। धर्म और आस्था के इस विशाल आयोजन में करोड़ों लोग शामिल हो रहे हैं। ऐसे में वहां से अजीबो-गरीब घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना लाजमी है। इन दिनों एक Trending Video तेजी से इंटरनेट पर छाया हुआ है, जिसमें कुंभ में स्नान के लिए आए एक बाबा ने एक यूट्यूबर पत्रकार को चिमटे से पीट दिया।

चिमटे से हुई यूट्यूबर की कुटाई

ये घटना कुंभ मेले में तब हुई, जब एक यूट्यूबर साधु बाबा से बातचीत के लिए उनके टेंट तक पहुंचा। बाबा से कुंभ के अनुभव और भगवान भजन के बारे में सवाल करना यूट्यूबर को भारी पड़ गया। बाबा ने यूट्यूबर के सवालों को अपना अपमान समझा और अचानक गुस्से में आकर धोती से चिमटा निकाला और यूट्यूबर को पीटना शुरू कर दिया।

वीडियो में दिख रहा है कि यूट्यूबर ने बाबा से पूछा, “आप यहां किस भगवान का भजन करते हैं? हमें भी भजन सुनाइए।” इस पर बाबा को लगा कि यूट्यूबर उनका मजाक बना रहा है। गुस्से में बाबा ने कहा, “क्या हम तुम्हें तमाशा दिखाने बैठे हैं?” और फिर यूट्यूबर की चिमटे से कुटाई शुरू कर दी।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब तक इसे 97 हजार से ज्यादा बार देखा गया है, और हजारों लोगों ने इसे लाइक भी किया है।

यूजर्स के मजेदार रिएक्शन

वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स के मजेदार रिएक्शन आ रहे हैं:

  • एक यूजर ने लिखा, “क्या बात है बाबा जी, चिमटे का क्या शानदार इस्तेमाल किया है!”
  • दूसरे ने कहा, “इस बाबा पर केस होना चाहिए, हमला करने का लाइव प्रूफ है।”
  • किसी और ने लिखा, “बाबा से मजाक नहीं करना, वरना ऐसे ही चिमटे से कूटा जाएगा।”

महाकुंभ: आस्था और अजीबोगरीब किस्सों का संगम

महाकुंभ का आयोजन सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि अजीबो-गरीब घटनाओं की वजह से भी चर्चा में रहता है। ये घटना भी इसकी एक झलक है, जो इंटरनेट पर लोगों का भरपूर मनोरंजन कर रही है।

CM Yogi ने Mahakumbh Mela 2025 की तैयारियों का जायजा लिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने प्रयागराज में आगामी Mahakumbh Mela 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाले इस महापर्व के लिए प्रशासन ने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं।

सीएम योगी ने संगम घाट पर आरती की और ‘लेटे हुए हनुमान जी मंदिर’ में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा:
“प्रयागराज सिटी का कायाकल्प करने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 200 से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है। सिटी के सौंदर्यकरण के लिए व्यापक कार्य किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर खास व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।”

https://twitter.com/AHindinews/status/1874030350932017331

Highlights of Preparations for Mahakumbh 2025:

  • प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर लगभग 5000 एकड़ क्षेत्र में पार्किंग स्पेस की व्यवस्था।
  • संगम से 2-5 किलोमीटर के दायरे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खास इंतजाम।
  • शहर के अंदर सौंदर्यकरण और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार।
  • सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह पुख्ता बनाने का आश्वासन।

सीएम योगी ने कहा, “महाकुंभ 2025 की ये पावन बेला 144 वर्षों के बाद आ रही है। ये केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक समृद्धि का प्रतीक है। दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु यहां आएंगे, और हमारा प्रयास है कि उन्हें सर्वोत्तम अनुभव प्रदान किया जाए।”

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में बायो सीएनजी प्लांट का भी निरीक्षण किया, जो पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

दिल्ली दौरे पर CM Yogi, नेताओं को महाकुंभ 2025 का दिया न्यौता

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर 2025 में होने वाले प्रयागराज महाकुंभ के लिए निमंत्रण दिया।

जेपी नड्डा से की भेंट

सीएम योगी ने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP Nadda से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों और इसके महत्व पर चर्चा की। सीएम ने नड्डा को व्यक्तिगत रूप से महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण दिया।

राजनाथ सिंह से भी मिले

योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारियों का ब्योरा दिया और उन्हें आयोजन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।

गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। बातचीत के दौरान महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन को लेकर चर्चा की गई। योगी ने शाह को महाकुंभ में आने का औपचारिक निमंत्रण दिया।

महाकुंभ 2025: एक राष्ट्रीय आयोजन

प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ 2025 भारत की संस्कृति, आस्था, और एकता का प्रतीक माना जाता है। योगी आदित्यनाथ की ये मुलाकातें इस आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के उद्देश्य से हो रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ रही है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए प्रयासरत है।

ये दौरा ना सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करता है, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी इसे अहम माना जा रहा है।

महाकुंभ में भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं तो हो जाएगी भारी परेशानी

महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जहां करोड़ों श्रद्धालु एक साथ गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने आते हैं। ये आस्था का पर्व जितना पवित्र है, उतना ही भीड़ और अव्यवस्था के कारण चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है। ऐसे में कुछ सामान्य गलतियां आपकी यात्रा को कठिन बना सकती हैं। आइए जानते हैं, महाकुंभ में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

1. भीड़भाड़ वाले समय में स्नान न करें

मुख्य स्नान तिथियों (शाही स्नान) पर संगम घाटों पर बहुत ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में धैर्य रखें और अपने समय का सही चयन करें। जबरन भीड़ में धक्का-मुक्की से बचें, क्योंकि इससे हादसे होने की संभावना बढ़ जाती है।

2. जरूरी दस्तावेज न भूलें

अपने पहचान पत्र और जरूरी दस्तावेज हमेशा साथ रखें। अगर आप किसी ग्रुप के साथ हैं, तो अपने संपर्क नंबर साझा करें। खोने या गुम होने की स्थिति में ये बेहद मददगार साबित हो सकता है।

3. गलत रास्तों का चयन न करें

महाकुंभ क्षेत्र बहुत बड़ा होता है, और गलत रास्तों पर चलने से आप परेशान हो सकते हैं। हमेशा सरकारी निर्देशों और लगाए गए संकेतों का पालन करें।

4. खाने-पीने में सावधानी बरतें

सड़क किनारे बिकने वाले भोजन और पानी से परहेज करें। अपने साथ पानी की बोतल और हल्का खाना लेकर चलें। ये स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाएगा।

5. पवित्रता और स्वच्छता का ध्यान रखें

महाकुंभ एक धार्मिक स्थल है, इसलिए यहां गंदगी न फैलाएं। घाटों और आसपास के क्षेत्र को साफ रखें।

सुरक्षित और सुखद यात्रा के लिए करें प्लानिंग

महाकुंभ में जाने से पहले अपनी यात्रा की पूरी योजना बनाएं। सरकारी निर्देशों और गाइडलाइन्स का पालन करें। ध्यान रखें, छोटी-छोटी सावधानियां आपको बड़ी समस्याओं से बचा सकती हैं।

महाकुंभ क्या होता है ?, अगला कुंभ मेला कहां लगेगा 2025 ?

Maha Kumbh Mela भारतीय संस्कृति और आस्था का सबसे भव्य और पवित्र पर्व है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक समागम माना जाता है, जहां करोड़ों श्रद्धालु एकत्रित होकर Ganga, Yamuna और पौराणिक सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान करते हैं। ये मेला हर 12 साल में चार स्थानों—हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है।

इस साल महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां करीब 20 करोड़ श्रद्धालु इस मेले में शामिल होंगे। इसलिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने संतों के स्वागत के लिए तैयारी भी तेज कर दी हैं। बताया जा रहा है कि, संतों के विश्राम के लिए करोड़ों की संख्या में रहने के लिए कमरे तैयार किए गए हैं साथ ही सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है।

MahaKumbh का महत्व

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, कुंभ का आयोजन समुद्र मंथन से जुड़ी कथा पर आधारित है। पौराणिक ग्रंथों में कहा गया है कि देवताओं और असुरों के बीच अमृत कलश (nectar of immortality) के लिए संघर्ष हुआ था। इस दौरान अमृत की कुछ बूंदें इन चार स्थानों पर गिरीं, जिन्हें पवित्र स्थल माना जाता है। यही कारण है कि महा कुंभ में संगम में स्नान को मोक्ष प्राप्ति का माध्यम समझा जाता है।

विशेषताएं और आयोजन

महा कुंभ मेला 12 वर्षों के चक्र पर आधारित है और ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार इसकी तिथियां निर्धारित होती हैं। इस आयोजन में साधु-संतों, नागा बाबाओं और अखाड़ों की विशेष भूमिका होती है। मेले में धार्मिक प्रवचन, यज्ञ और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

आधुनिक सुविधाएं और तकनीकी उपयोग

अब कुंभ मेले का आयोजन अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित हो गया है। सरकार और प्रशासन की ओर से advanced technologies, जैसे डिजिटल टिकटिंग, सीसीटीवी मॉनिटरिंग और मोबाइल ऐप्स के जरिए मेले को सुचारू रूप से चलाया जाता है।

महा कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपराओं और सामूहिक आस्था का प्रतीक है। ये मेला न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, बल्कि दुनिया को भारतीय विविधता और एकता की झलक भी दिखाता है।

Exit mobile version