गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक किराए पर रहने वाले व्यक्ति ने मकान को अपना बताकर 28.25 लाख रुपये में बेच दिया। खरीदार दंपती को जब हकीकत का पता चला, तो उन्होंने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा?
बिहार के रहने वाले दुलार चंद्र कुमार, जो विक्रम एंक्लेव, साहिबाबाद में किराये पर रह रहे थे, ने उसी मकान को अपना बताकर इंद्रापुरी, दिल्ली निवासी बीना और उनके पति रविकुमार को बेच दिया। 18 दिसंबर 2024 को इस सौदे के तहत दंपती ने मकान खरीदा, लेकिन करीब एक सप्ताह बाद उन्हें पता चला कि जिस मकान को उन्होंने खरीदा है, उसका असली मालिक कोई और है।
जब इस धोखाधड़ी की जानकारी हुई, तो पीड़ित दंपती ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
फर्जी दस्तावेज बनाकर मकान बेचा
पुलिस को दी गई तहरीर में बीना और उनके पति रविकुमार ने बताया कि दुलार चंद्र ने न केवल खुद को मकान मालिक बताया, बल्कि फर्जी दस्तावेज भी तैयार कर सौदा किया। जब दंपती ने रजिस्ट्री के दस्तावेजों की जांच कराई, तो वे नकली पाए गए।
शालीमार गार्डन पुलिस के मुताबिक, ये मामला अब थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है और असली मकान मालिक व आरोपी की जांच जारी है।
किराएदार ही बना फर्जी मालिक
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी दुलार चंद्र पिछले 20 वर्षों से इस मकान में किराये पर रह रहा था। इतने लंबे समय तक वहां रहने की वजह से उसे इलाके और मकान की पूरी जानकारी थी, जिसे उसने इस ठगी में इस्तेमाल किया।
आरोपी की तलाश में पुलिस
पुलिस के अनुसार, वर्तमान में आरोपी अपने भाई के साथ दिल्ली में रह रहा है, जो रक्षा मंत्रालय में कार्यरत है। एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की तलाश जारी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जालसाजी के मामलों में बढ़ोतरी
ये मामला उन लोगों के लिए एक बड़ा सबक है, जो बिना पूरी जांच-पड़ताल किए प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं। दिल्ली-एनसीआर में इस तरह की धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस भी लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही है कि प्रॉपर्टी खरीदने से पहले सभी दस्तावेजों की अच्छी तरह से जांच कर लें और रजिस्ट्री के समय कानूनी विशेषज्ञ की सहायता लें।
साहिबाबाद में हुए इस जालसाजी के मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में सतर्कता बेहद जरूरी है। आरोपी किराए पर रहने के बावजूद खुद को मकान मालिक बताकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए सौदा करने में कामयाब हो गया। हालांकि, अब पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद है।