गौ माता को ‘राष्ट्र माता’ घोषित करो, नहीं तो, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की धमकी

Gau Rashtramata Demand: जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सरकार को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने घोषणा की कि अगर सरकार गौ रक्षा के लिए ठोस कानून बनाने पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है, तो वे 17 मार्च को रामलीला मैदान में धरने पर बैठेंगे।

17 मार्च को रामलीला मैदान में धरना

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि 17 मार्च को वो दिल्ली के रामलीला मैदान में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक धरना देंगे। इस दौरान, यदि सरकार का कोई प्रतिनिधि आकर गौ रक्षा कानून बनाने पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करता है, तो वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने सरकार को साफ चेतावनी दी कि अगर शाम तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई, तो वहीं से आगे की रणनीति की घोषणा की जाएगी।

सरकार ने किए वादे लेकिन नहीं निभाए: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये सरकार गौ रक्षा के नाम पर सत्ता में आई थी। चुनावों के दौरान बड़े वादे किए गए थे कि गौ हत्या पर सख्त कानून बनाया जाएगा और गौ माता को “राष्ट्र माता” घोषित किया जाएगा। लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार अपने इन वादों को पूरी तरह भूल चुकी है।

गौ माता को ‘राष्ट्र माता’ घोषित करने की मांग

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपनी मांगें दोहराते हुए कहा कि सरकार 17 मार्च से पहले गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करे और पूरे देश में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर 17 मार्च तक सरकार इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है, तो वे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे।

धरने में अन्य संतों और संगठनों की उपस्थिति

इस दौरान कई अन्य संत और धार्मिक संगठन उनके साथ नजर आए। डासना मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेश आहूजा, राष्ट्रीय प्रवक्ता रेखा चौधरी, और शैलेंद्र योगीराज सहित अन्य गणमान्य लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

आंदोलन तेज करने की चेतावनी

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपने संबोधन में ये भी कहा कि गौ रक्षा केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत से भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने गौ माता की रक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ने के लिए मजबूर होंगे।

क्या सरकार उठाएगी कदम?

अब सवाल ये है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेगी। क्या सरकार गौ रक्षा पर कानून बनाने के लिए कदम उठाएगी, या फिर 17 मार्च को बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।

PM Modi का मॉरीशस दौरा, इन मुद्दों को लेकर बनेगी सहमति

PM Modi Morosis Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हुए। उन्होंने कहा कि ये यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नया और उज्ज्वल अध्याय जोड़ेगी। पीएम मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के निमंत्रण पर 11 और 12 मार्च को वहां रहेंगे और द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

अपने प्रस्थान से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो मॉरीशस के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और जनता की प्रगति व समृद्धि के लिए स्थायी मित्रता को और गहरा करने के लिए उत्सुक हैं। इस यात्रा के दौरान भारत के सशस्त्र बलों का एक दल भी समारोह में भाग लेगा। इसमें भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत और भारतीय वायुसेना की आकाश गंगा स्काइडाइविंग टीम भी शामिल होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मॉरीशस हमारा करीबी समुद्री पड़ोसी है और हिंद महासागर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार होने के साथ-साथ अफ्रीका महाद्वीप का प्रवेश द्वार भी है। हम इतिहास, भूगोल और सांस्कृतिक रूप से गहराई से जुड़े हुए हैं। हमारे बीच साझा लोकतांत्रिक मूल्य और विविधता हमारी ताकत हैं।” उन्होंने ये भी कहा कि दोनों देशों के नागरिकों के आपसी संबंध मजबूत हैं और ये दोनों के लिए गर्व की बात है।

पीएम मोदी को विश्वास है कि ये यात्रा भारत और मॉरीशस के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि बीते एक दशक में दोनों देशों ने जन-केंद्रित पहलों के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस यात्रा के दौरान वे मॉरीशस के नेतृत्व के साथ मिलकर साझा हितों पर चर्चा करेंगे, जिससे हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने ‘सागर’ दृष्टिकोण (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) का जिक्र करते हुए कहा कि यह भारत की क्षेत्रीय नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

भारत में विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत मॉरीशस

मॉरीशस हर साल 12 मार्च को अपना राष्ट्रीय दिवस मनाता है। भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा, विकास, क्षमता निर्माण और लोगों के बीच संपर्क को लेकर गहरा सहयोग है। ये नजदीकी खासकर उन विकास परियोजनाओं में देखी जा सकती है, जो भारत की सहायता से मॉरीशस में विकसित की गई हैं।

भारत मॉरीशस का एक प्रमुख व्यापारिक भागीदार है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में मॉरीशस, सिंगापुर के बाद भारत में विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बनकर उभरा है।

दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए फरवरी 2021 में एक व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते (सीईसीपीए) पर हस्ताक्षर किए गए थे। ये समझौता भारत और किसी अफ्रीकी देश के बीच हुआ पहला व्यापारिक समझौता था, जिसे 15 वर्षों की वार्ता के बाद अंतिम रूप दिया गया।

भारत और मॉरीशस के बीच ये यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देगी, बल्कि दोनों देशों की साझा प्रगति और विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगी।

महिला दोस्त के साथ उस हालत में बेटी को मां ने देखा, और फिर बेटी ने…

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां लोहियानगर क्षेत्र में दो युवतियों के समलैंगिक रिश्ते को लेकर परिजनों के विरोध के बाद वे घर छोड़कर चली गईं। परिवार ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एक युवती की मां ने SSP कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बेटी के अपहरण का आरोप लगाया गया। इस मामले में SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि लोहियानगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर युवतियों की तलाश की जा रही है।

रिश्ते का विरोध और घर छोड़ने की घटना

दोनों युवतियां एक-दूसरे की पड़ोसी थीं और लंबे समय से समलैंगिक रिश्ते में थीं। वे फोन पर अक्सर बातचीत करती थीं और एक साथ काफी समय बिताती थीं। कुछ दिन पहले, एक युवती की मां ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया, जिसके बाद उसने अपनी बेटी पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए। इसके बावजूद, दोनों युवतियां 24 फरवरी को घर छोड़कर चली गईं।

परिजनों की शिकायत और पुलिस कार्रवाई

एक युवती की मां ने 26 फरवरी को लोहियानगर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। बाद में, उसे पता चला कि पड़ोस की दूसरी युवती भी लापता है। जब वो दूसरी युवती के घर पहुंची और अपनी बेटी के बारे में पूछताछ की, तो उसे कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इससे उसे संदेह हुआ कि उसकी बेटी का अपहरण किया गया है।

6 मार्च को महिला ने एसएसपी कार्यालय में आवेदन देकर अपनी बेटी का मोबाइल सर्विलांस पर लगाने की मांग की। इसके बाद 9 मार्च को उसकी बेटी के नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें किसी ने उसे दबाव में ये कहने के लिए मजबूर किया कि पुलिस कोई कार्रवाई न करे और वो ईद पर वापस आ जाएगी। उसकी आवाज से लग रहा था कि वो बहुत डरी हुई थी।

इसके बाद, युवती के मोबाइल से उसकी मौसी के नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज आए, जिनमें लिखा था कि वो सुरक्षित है और उसे ढूंढने की जरूरत नहीं है। हालांकि, युवती की मां का कहना है कि उसकी बेटी को मैसेज भेजना नहीं आता, जिससे शक गहराया।

अपहरण का आरोप और आगे की जांच

महिला ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी को पड़ोस की युवती, उसके माता-पिता और भाई ने अपहरण कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवतियों की तलाश के लिए पुलिस मोबाइल ट्रैकिंग और अन्य जांच प्रक्रियाओं का सहारा ले रही है।

ये मामला न केवल पारिवारिक विवाद बल्कि समाज में समलैंगिक रिश्तों को लेकर मौजूद मानसिकता और स्वीकृति से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और युवतियों को जल्द से जल्द खोजने का प्रयास जारी है।

भूपेश बघेल के आवास पर ED की रेड, मंगानी पड़ी नोट गिनने की मशीन, 3300000 बरामद

दुर्ग : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और उनके बेटे चैतन्य बघेल (Chaitanya Baghel) के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। ये कार्रवाई दुर्ग जिले के भिलाई शहर में स्थित परिसरों पर की गई। इस दौरान ED की टीम ने भूपेश बघेल के आवास से 33 लाख रुपये बरामद किए। इसके अलावा भी टीम ने कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं।

PMLA के तहत छापेमारी

मीडिया ख़बरों की मुताबिक ED ने सोमवार (10 मार्च) सुबह शराब घोटाले से जुड़े मामले में छापेमारी की। ये छापेमारी धन शोधन मामले में चैतन्य बघेल के खिलाफ जांच के तहत ये छापेमारी की। चैतन्य बघेल के करीबी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कुछ अन्य व्यक्तियों के ठिकानों पर भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत तलाशी अभियान चलाया गया।

ED की इस कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इसके अलावा, जांच एजेंसी ने सिम कार्ड सहित छह मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जिनकी कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। ख़बरों के मुताबिक, बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की संभावना भी जताई गई थी, जिसके चलते बैंक अधिकारियों को नोट गिनने की मशीन के साथ पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर बुलाया गया। कार्रवाई के दौरान भूपेश बघेल के ठिकाने से लगभग 33 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।

7 घंटे तक ED की छापेमारी

ईडी की टीम पिछले सात घंटे से ज्यादा समय तक छानबीन हुई। इस दौरान भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल से लगातार पूछताछ की जा रही है। छापेमारी की खबर सामने आते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस विधायक और नेता भूपेश बघेल के निवास पर पहुंच गए। वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने ईडी की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का पुतला भी जलाया।

इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी जमकर हंगामा किया। BJP सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विपक्षी विधायक सदन के आसन के समक्ष आ गए, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित हुई। बाद में हंगामा कर रहे कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया गया।

भूपेश बघेल का वार

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने दावा किया कि BJP सरकार में कथित भ्रष्टाचार पर सवाल उठाने वालों को टारगेट किया जा रहा है। वहीं, BJP नेताओं ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ED स्वतंत्र एजेंसी है और भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करना उसकी जिम्मेदारी है।

इस बीच, भूपेश बघेल ने भी ED की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर ये छापेमारी की जा रही है ताकि विपक्ष को डराया जा सके। उन्होंने इसे बदले की राजनीति करार दिया और कहा कि वह इस तरह की कार्रवाइयों से डरने वाले नहीं हैं।

iPhone होगा सस्ता ?, अमेरिका पर टैरिफ कम करने से क्या-क्या होगा सस्ता ?

भारत सरकार ने अमेरिका से आयातित कुछ उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ को हटाने का फैसला किया है। इस कदम का मकसद दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करना और भारतीय उपभोक्ताओं को राहत देना है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इससे iPhone और अन्य अमेरिकी प्रोडक्ट्स की कीमतों में कमी आएगी? आइए जानते हैं इस फैसले के प्रभावों के बारे में।

किन प्रोडक्ट्स पर हटाया गया टैरिफ?

भारत सरकार ने अमेरिका से आने वाले कुछ औद्योगिक और कृषि उत्पादों पर टैरिफ हटाने का निर्णय लिया है। इसमें सेब, अखरोट, बादाम जैसे खाद्य उत्पादों के अलावा कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान भी शामिल हैं। हालांकि, स्मार्टफोन पर पहले से कोई सीधा टैरिफ नहीं था, लेकिन अन्य इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स पर शुल्क में राहत मिलने से संभावित रूप से iPhone की कीमतों पर असर पड़ सकता है।

क्या iPhone की कीमतों पर पड़ेगा असर?

iPhone की कीमत भारत में हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। इसका मुख्य कारण है कि Apple अपने ज्यादातर iPhones भारत और अन्य देशों में बनाता है, जिससे उन पर कई तरह के टैक्स और इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है। हालांकि, अमेरिका से आयात होने वाले कुछ महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स पर टैरिफ में राहत मिलने से मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट कम हो सकती है।

लेकिन ये जरूरी नहीं कि Apple तुरंत iPhone की कीमतों में कमी करे। कंपनी की प्राइसिंग पॉलिसी ग्लोबल मार्केट, मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट और भारतीय टैक्स सिस्टम पर निर्भर करती है। इसके अलावा, भारत में iPhone की असेंबलिंग भी धीरे-धीरे बढ़ रही है, जिससे भविष्य में कीमतों में स्थिरता आ सकती है।

Apple की भारत में मैन्युफैक्चरिंग रणनीति

Apple ने भारत में अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए बड़े निवेश किए हैं। iPhone 15 सीरीज का एक बड़ा हिस्सा भारत में ही बनाया जा रहा है। कंपनी धीरे-धीरे चीन पर निर्भरता कम करके भारत में iPhone निर्माण को प्राथमिकता दे रही है।

अगर भारत सरकार भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स और स्मार्टफोन निर्माण से जुड़े अन्य टैक्स को कम करती है, तो निश्चित रूप से iPhone और अन्य प्रीमियम स्मार्टफोन्स की कीमतों में कमी आ सकती है।

उपभोक्ताओं को कब मिलेगी राहत?

फिलहाल, इस फैसले से सीधे तौर पर iPhone की कीमतों में गिरावट की संभावना कम है। लेकिन अगर Apple भारत में अपने उत्पादन को और बढ़ाता है और सरकार अन्य आयात शुल्क में राहत देती है, तो आने वाले समय में भारतीय ग्राहकों को सस्ते iPhone मिल सकते हैं।

अमेरिका से आयातित कुछ प्रोडक्ट्स पर टैरिफ हटाने से भारतीय बाजार में निश्चित रूप से कुछ उत्पादों की कीमतों में राहत मिलेगी, लेकिन iPhone की कीमतों पर तत्काल कोई बड़ा असर पड़ने की संभावना कम है। Apple की दीर्घकालिक योजना और भारत में उसकी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता ही इस पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।

‘छावा’ ने पार किया 500 करोड़ का आंकड़ा, अब इस रिकॉर्ड पर नजर

Chhava Movie Collection Worldwide: विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना अभिनीत फिल्म ‘छावा’ ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाते हुए 500 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है। लक्ष्मण उतेकर द्वारा निर्देशित ये फिल्म छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जिसने दर्शकों के बीच गहरा प्रभाव छोड़ा है।

शानदार ओपनिंग और शुरुआती सप्ताह

‘छावा’ ने अपनी रिलीज़ के पहले दिन 31 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो विक्की कौशल के करियर की सबसे बड़ी ओपनिंग मानी जा रही है। पहले सप्ताह में फिल्म ने 225.8 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जबकि दूसरे सप्ताह में ये आंकड़ा 186.18 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। तीसरे सप्ताह में फिल्म ने 84.94 करोड़ रुपये की कमाई की।

छावा 500 करोड़ क्लब में प्रवेश

22वें दिन तक ‘छावा’ की कुल कमाई 496.40 करोड़ रुपये हो चुकी थी। 23वें दिन, यानी शनिवार को, फिल्म ने 16.5 करोड़ रुपये की कमाई की, जिससे इसकी कुल कमाई 512.9 करोड़ रुपये हो गई। इस उपलब्धि के साथ, ‘छावा’ साल 2025 में 500 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई है।

अन्य फिल्मों के रिकॉर्ड्स पर नजर

‘छावा’ की तेजी से बढ़ती कमाई ने इसे अन्य बड़ी फिल्मों के रिकॉर्ड्स के करीब ला दिया है। सनी देओल की ‘गदर 2’ ने 525.7 करोड़ रुपये की कमाई की थी, और ‘छावा’ इस आंकड़े को पार करने के करीब है। इसके अलावा, शाहरुख खान की ‘पठान’ ने 543.09 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था, जिसे ‘छावा’ आने वाले दिनों में चुनौती दे सकती है।

छावा की विशेषताएं और बजट

करीब 130 करोड़ रुपये के बजट में बनी ‘छावा’ में विक्की कौशल ने संभाजी महाराज की भूमिका निभाई है, जबकि रश्मिका मंदाना ने उनकी पत्नी की भूमिका अदा की है। अक्षय खन्ना ने औरंगजेब का किरदार निभाया है, और आशुतोष राणा एवं विनीत कुमार सिंह ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।

छावा पर दर्शकों और समीक्षकों की प्रतिक्रिया

‘छावा’ को दर्शकों और समीक्षकों से भरपूर सराहना मिली है। फिल्म की कहानी, निर्देशन, और कलाकारों के प्रदर्शन की व्यापक प्रशंसा हुई है। इतिहास पर आधारित इस फिल्म ने युवा पीढ़ी को भी आकर्षित किया है, जिससे इसकी कमाई में निरंतर वृद्धि हो रही है।

छावा की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता

‘छावा’ ने न केवल घरेलू बाजार में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। फिल्म ने वर्ल्डवाइड लगभग 668 करोड़ रुपये की कमाई की है, जिसमें विदेशों में 82 करोड़ रुपये शामिल हैं। इससे साबित होता है कि भारतीय ऐतिहासिक फिल्मों के प्रति विदेशों में भी रुचि बढ़ रही है।

आने वाले दिनों की संभावनाएं

‘छावा’ की कमाई की रफ्तार को देखते हुए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि फिल्म आने वाले दिनों में ‘गदर 2’ और ‘पठान’ के रिकॉर्ड्स को पार कर सकती है। दर्शकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया और फिल्म की मजबूत पकड़ के कारण, बॉक्स ऑफिस पर इसकी सफलता जारी रहने की पूरी संभावना है।

‘छावा’ ने भारतीय सिनेमा में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। फिल्म की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, उत्कृष्ट निर्देशन, और शानदार अभिनय ने इसे वर्ष 2025 की सबसे सफल फिल्मों में शामिल कर दिया है। 500 करोड़ क्लब में प्रवेश करने के बाद, ‘छावा’ ने साबित कर दिया है कि अच्छी कहानी और मजबूत प्रस्तुति के साथ, भारतीय सिनेमा वैश्विक मंच पर भी सफलता हासिल कर सकता है।

‘रमजान में पत्नी संबंध नहीं बनाने दे रही थी, तो छात्र का अपहरण कर कुकर्म के बाद हत्या की’

कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 5वीं कक्षा के छात्र की अपहरण के बाद कुकर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि रमजान के दौरान पत्नियां उनके साथ संबंध बनाने से इनकार कर रही थीं, इसी कारण उन्होंने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।

घटना का क्रम

कानपुर में एक मासूम छात्र के अपहरण की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। आरोपियों ने पहले छात्र का अपहरण किया और उसके साथ कुकर्म किया। जब छात्र ने इस अमानवीय घटना की जानकारी अपने परिजनों को देने की बात कही, तो आरोपी डर गए और उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया।

हत्या के बाद, आरोपियों ने छात्र के मोबाइल से उसके परिजनों को मैसेज भेजकर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, छात्र के घरवालों ने ये मैसेज समय पर नहीं देखा। बाद में जब उन्हें किसी ने मोबाइल चेक करने की सलाह दी, तब उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

पुलिस जांच और आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मोबाइल को ट्रेस किया और शक के आधार पर नजर अली उर्फ हुसैनी को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान छात्र का मोबाइल आरोपी के पास से बरामद हुआ। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। हालांकि, इस वारदात में शामिल उसका साथी अजहर अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

हत्या की नृशंसता

छात्र के शव पर 90 से अधिक घाव मिले, जो हत्या की बर्बरता को दर्शाते हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने ये भी स्वीकार किया कि रमजान के महीने में पत्नियां रोजे की वजह से शारीरिक संबंध बनाने से परहेज कर रही थीं। इसी कारण उसने गांव के एक बच्चे को अगवा करने की योजना बनाई। उसकी मंशा न केवल अपनी विकृत इच्छाओं को पूरा करने की थी, बल्कि फिरौती के रूप में कुछ पैसे भी हासिल करने की थी।

इलाके में आक्रोश और पुलिस की कार्रवाई

इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में रोष है। स्थानीय लोग आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही फरार आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और दोषियों को कठोरतम सजा दिलाई जाएगी।

ये घटना समाज में बढ़ते अपराधों और नैतिक पतन का एक भयावह उदाहरण है, जिससे सभी को सतर्क रहने और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।

महिला समृद्धि योजना क्या है?, कैसे मिलेंगे हर महीने 2500 रुपये

Mahila Samridhi Yojana Online Apply: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, दिल्ली सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए महिला समृद्धि योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।

महिला समृद्धि योजना क्या है ?

  • आर्थिक सहायता: पात्र महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये की धनराशि सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जाएगी।
  • बजट आवंटन: इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार ने 5100 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
  • लाभार्थियों की संख्या: अनुमानित रूप से, लगभग 20 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।

महिला समृद्धि योजना का लाभ किसे मिलेगा ?

इस योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित शर्तें निर्धारित की गई हैं:

  1. निवास: आवेदिका दिल्ली की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
  2. आयु सीमा: महिला की आयु 21 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  3. आय प्रमाण: आवेदिका के परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
  4. BPL कार्ड: आवेदिका के पास बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) कार्ड होना आवश्यक है।
  5. सरकारी लाभ: आवेदिका किसी अन्य सरकारी योजना से वित्तीय सहायता प्राप्त नहीं कर रही होनी चाहिए।
  6. सरकारी कर्मचारी: आवेदिका या उसके परिवार का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए।

महिला समृद्धि योजना के लिए दस्तावेज़

आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  • आधार कार्ड: पहचान और पते के प्रमाण के रूप में।
  • बीपीएल कार्ड: गरीबी रेखा से नीचे होने का प्रमाण।
  • आय प्रमाण पत्र: परिवार की वार्षिक आय का प्रमाण।
  • बैंक खाता विवरण: धनराशि सीधे बैंक खाते में जमा की जाएगी, इसलिए सक्रिय बैंक खाता आवश्यक है।
  • पासपोर्ट साइज फोटो: हालिया रंगीन फोटो।
  • स्व-घोषणा पत्र: ये सुनिश्चित करने के लिए कि आवेदिका किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं ले रही है।

महिला समृद्धि योजना आवेदन प्रक्रिया

सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है:

  1. पोर्टल पर पंजीकरण: आवेदिका को आधिकारिक पोर्टल पर जाकर स्वयं को पंजीकृत करना होगा।
  2. दस्तावेज़ अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेज़ों को स्कैन करके पोर्टल पर अपलोड करें।
  3. फॉर्म भरें: आवश्यक विवरण भरकर फॉर्म सबमिट करें।
  4. स्वीकृति: आवेदन की समीक्षा के बाद, पात्रता सुनिश्चित होने पर, आवेदिका को योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

महिला समृद्धि योजना का मकसद

महिला समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है। ये पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी और समाज में उनकी स्थिति को मजबूत करेगी।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने इस अवसर पर कहा, “ये योजना महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें विश्वास है कि इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे समाज में अधिक सम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ जीवन व्यतीत करेंगी।”

महिला समृद्धि योजना दिल्ली की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करके उनके जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास करती है। पात्र महिलाएं जल्द से जल्द इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करें और अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं।

International Women’s Day क्यों मनाया जाता है ?, जानिए महिला दिवस का इतिहास

History of International Women’s Day: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है। ये दिन महिलाओं के अधिकारों, उनकी उपलब्धियों और समाज में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। इस दिन का उद्देश्य लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जागरूकता फैलाना है।

महिला दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 1908 में न्यूयॉर्क में हुई, जब महिलाओं ने बेहतर कार्य स्थितियों, कम काम के घंटे और समान वेतन की मांग को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन किया। इसके बाद, 1910 में कोपेनहेगन (डेनमार्क) में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ।

जहां जर्मनी की समाजवादी नेता क्लारा जेटकिन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद 1911 में पहली बार ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में इसे मनाया गया।

संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 1975 को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष’ घोषित किया और 1977 में इसे आधिकारिक तौर पर महिला दिवस के रूप में मान्यता दी गई। तब से लेकर आज तक ये दिन दुनियाभर में धूमधाम से मनाया जाता है।

महिला दिवस का महत्व

महिला दिवस सिर्फ एक उत्सव नहीं है, बल्कि ये दिन समाज में महिलाओं के संघर्षों और उनकी उपलब्धियों को स्वीकार करने का भी है। दुनिया के कई देशों में महिलाओं को शिक्षा, रोजगार, समान वेतन और अधिकारों के लिए अब भी संघर्ष करना पड़ रहा है। महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज को ये याद दिलाना है कि महिलाओं के बिना प्रगति अधूरी है और उनके अधिकारों की रक्षा जरूरी है।

भारत में महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की पहल

भारत में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने के लिए कई सरकारी योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  1. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना – लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए
  2. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना – गर्भवती महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य के लिए
  3. महिला हेल्पलाइन नंबर 181 – संकट में फंसी महिलाओं के लिए सहायता
  4. उज्ज्वला योजना – ग्रामीण महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध कराना
  5. सुकन्या समृद्धि योजना – लड़कियों के लिए विशेष बचत योजना

कैसे मना सकते हैं महिला दिवस?

  • महिलाओं की उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर साझा करें।
  • कार्यस्थलों और स्कूलों में महिलाओं के योगदान को सम्मानित करें।
  • महिलाओं के अधिकारों पर जागरूकता बढ़ाने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लें।
  • जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सहयोग दें।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि महिलाओं की समानता, शिक्षा और सुरक्षा के लिए हमें पूरे साल काम करने की जरूरत है। जब महिलाएँ सशक्त होंगी, तभी समाज और देश प्रगति करेगा।

होली साल में एक बार आती है, जुमा की नमाज 52 बार होती है- CO अनुज चौधरी

 संभल: आगामी त्योहारों को लेकर संभल पुलिस ने तैयारी तेज कर दी हैं। होली और ईद पर शांति बनी रहे इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है। त्यौहार  सही तरीके से निपटाने के लिए पुलिस प्रशासन ने शांति समिति की बैठक आयोजित की।

इस बैठक में अलग-अलग धर्म के लोग शामिल हुए। साथ ही इसमे कई धर्म गुरु भी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद सीओ अनुज चौधरी (CO Anuj Chaudhary) ने लोगों से आपसी भाईचारे को बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि त्योहारों को मिलजुलकर मनाएं। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

होली और जुमा को लेकर सीओ ने कही ये बात

इस बैठक में सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा की नमाज 52 बार होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि किसी को होली के रंगों से असुविधा होती है, तो वो उस दिन घर में ही रहें। और अगर बाहर निकलें, तो खुले दिल से माहौल को स्वीकार करें, क्योंकि उस दिन पूरा माहौल होली के रंग में सराबोर रहता है।

त्योहारों में मिलजुलकर मनाने की अपील

सीओ ने कहा कि त्योहारों का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना है। उन्होंने दोनों संप्रदायों के लोगों से एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जैसे मुस्लिम समुदाय ईद का बेसब्री से इंतजार करता है, वैसे ही हिंदू समाज होली को लेकर उत्साहित रहता है

उन्होंने बताया कि हर त्योहार लोगों को जोड़ने और खुशियां बांटने का संदेश देता हैहोली के दिन लोग रंग लगाकर, मिठाइयां बांटकर और शुभकामनाएं देकर उत्सव मनाते हैं, जबकि ईद पर खास पकवान बनाए जाते हैं और गले मिलकर भाईचारे का संदेश दिया जाता है। दोनों त्योहारों का सार प्रेम, एकता और आपसी सम्मान में निहित है

जबरन रंग लगाने पर होगी सख्त कार्रवाई

सीओ ने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति पर जबरन रंग न लगाया जाए। उन्होंने अपील की कि त्योहारों के दौरान ऐसा कोई भी कार्य न करें, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों। यदि कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने सभी से शांति, सद्भाव और आपसी सहयोग बनाए रखने की अपील की, ताकि हर त्योहार खुशी और उल्लास के साथ मनाया जा सके

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