Govinda-Sunita Divorce: दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या भारत में रहती है, लेकिन तलाक की दर यहां दुनिया के अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर 100 जोड़ों में से सिर्फ एक जोड़े का तलाक होता है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में तलाक के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। खासतौर पर, सोशल मीडिया पर सेलेब्रिटीज के अलग होने की खबरें तेजी से वायरल होती हैं।
इंडियन क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, पूर्व ओपनर शिखर धवन, बॉलीवुड स्टार अरबाज खान-मलाइका अरोड़ा और नागा चैतन्य-सामंथा रुथ प्रभु जैसे कई सेलेब्रिटीज के तलाक चर्चा में रहे हैं। अब इसी सूची में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा और उनकी पत्नी सुनीता आहूजा का नाम भी जुड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कपल ‘Grey Divorce’ लेने जा रहा है। हालांकि, इस बारे में अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
क्या होता है ग्रे डिवोर्स?
इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘Grey Divorce’ की चर्चा जोरों पर है, लेकिन बहुत से लोग इस टर्म से अनजान हैं। ग्रे डिवोर्स (Grey Divorce) एक ऐसा शब्द है, जिसका पहली बार इस्तेमाल अमेरिका में साल 2004 में किया गया था। ये सामान्य तलाक की तरह ही होता है, लेकिन इसे ग्रे डिवोर्स इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह 50 साल या उससे अधिक उम्र के कपल्स के बीच होता है।
पिछले कुछ दशकों में ग्रे डिवोर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। खासतौर पर अमेरिका, इंग्लैंड, वेल्स और भारत में भी इस तरह के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक रिसर्च के मुताबिक, 1990 के बाद से ग्रे डिवोर्स की दर दोगुनी हो चुकी है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि साल 2030 तक ग्रे डिवोर्स की संख्या में तीन गुना तक बढ़ोतरी हो सकती है।
ग्रे डिवोर्स के आंकड़े और ट्रेंड
ग्रे डिवोर्स का ट्रेंड दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा है। इंग्लैंड और वेल्स में 2005 से 2015 के बीच तलाक के मामलों में 28% तक गिरावट दर्ज की गई, लेकिन 65 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में ग्रे डिवोर्स की दर 23% और महिलाओं में 38% बढ़ गई। अमेरिका में भी इस प्रकार के तलाक के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।
भारत में पारंपरिक रूप से विवाह को जीवनभर निभाने की परंपरा रही है, लेकिन अब यहां भी तलाक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। विशेष रूप से शहरी इलाकों में, जहां महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं और जीवन को अपने ढंग से जीने की चाह रखती हैं, वहां ग्रे डिवोर्स के मामले सामने आ रहे हैं।
गोविंदा और सुनीता आहूजा का रिश्ता – क्या सच में तलाक की ओर बढ़ रहा है?
गोविंदा और सुनीता आहूजा बॉलीवुड इंडस्ट्री के पॉपुलर कपल्स में से एक रहे हैं। दोनों ने कई मौकों पर अपनी स्ट्रॉन्ग बॉन्डिंग को दर्शाया है। लेकिन हाल ही में इनके बीच अनबन की खबरें मीडिया में छाई हुई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों के बीच कुछ समय से अनबन चल रही है।
ये कपल ग्रे डिवोर्स लेने की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, अभी तक इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गोविंदा और सुनीता की शादी 1987 में हुई थी और दोनों के दो बच्चे हैं। अगर ये तलाक होता है, तो ये बॉलीवुड के सबसे चर्चित ग्रे डिवोर्स में से एक होगा।
ग्रे डिवोर्स के पीछे की वजहें
विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रे डिवोर्स के बढ़ने की कई वजहें हो सकती हैं:
- बदलती सोच और स्वतंत्रता: उम्र बढ़ने के साथ लोगों की प्राथमिकताएं बदलती हैं, और कई बार वे अकेले या किसी और के साथ नया जीवन शुरू करना चाहते हैं।
- आर्थिक आत्मनिर्भरता: खासकर महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता ने उन्हें रिश्तों में समझौता न करने की हिम्मत दी है।
- लाइफस्टाइल डिफरेंस: बढ़ती उम्र के साथ पार्टनर्स के बीच सोचने और जीने के तरीकों में अंतर आ सकता है।
- सेकेंड इनिंग की चाहत: कुछ लोग जीवन के इस पड़ाव पर नई शुरुआत करने की इच्छा रखते हैं।
गोविंदा और सुनीता आहूजा का ग्रे डिवोर्स अभी केवल अटकलों का हिस्सा है, लेकिन यदि ये सच होता है, तो ये बॉलीवुड के सबसे चर्चित मामलों में से एक होगा। भारत में ग्रे डिवोर्स का ट्रेंड धीरे-धीरे बढ़ रहा है, और ये दर्शाता है कि बदलते समय के साथ रिश्तों की परिभाषा भी बदल रही है।
हालांकि, ये व्यक्तिगत पसंद और जीवनशैली से जुड़ा मामला है, और हर कपल का निर्णय उनके जीवन के अनुभवों पर निर्भर करता है। अब देखना होगा कि क्या ये खबर सच साबित होती है या सिर्फ अफवाहों तक सीमित रहती है।