अचानक मेरे ब्रेस्ट पकड़े और फिर, आश्रम की Aaditi Pohankar ने बयां किया दर्द

Aaditi Pohankar : आजकल छेड़छाड़ और बैड टच जैसी घटनाएं आम हो गई हैं, और कई महिलाएं इस तरह के शर्मनाक अनुभवों का सामना कर चुकी हैं। फिल्मी जगत की कई मशहूर अभिनेत्रियां भी इससे अछूती नहीं रही हैं। हाल ही में वेब सीरीज ‘आश्रम 3’ में पम्मी पहलवान का किरदार निभाने वाली अदिति पोहनकर ने अपने साथ हुई एक दर्दनाक घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कैसे स्कूल के एक लड़के ने लोकल ट्रेन में उनके साथ गलत व्यवहार किया था।

‘अचानक मेरे ब्रेस्ट पकड़ लिए’

अदिति पोहनकर ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने उस अनुभव को साझा किया, जब उन्होंने मुंबई की लोकल ट्रेन में सफर करते हुए एक असहज स्थिति का सामना किया था। उन्होंने कहा, “मैंने फर्स्ट क्लास कोच में सफर किया, जहां स्कूल के लड़कों को भी आने की इजाजत थी।

मैं 11वीं कक्षा में थी और 18 साल से कम उम्र के स्कूल यूनिफॉर्म पहने लड़कों को वीमेन कोच में सफर करने की अनुमति थी। एक लड़का वहां खड़ा था और जैसे ही ट्रेन दादर स्टेशन से चली, उसने अचानक मेरे ब्रेस्ट पकड़ लिए।”

पुलिस स्टेशन तक पहुंची Aaditi Pohankar

अदिति इस घटना से काफी आहत हुईं और उन्होंने तुरंत पुलिस स्टेशन जाने का फैसला किया। उन्होंने बताया, “मैं अगले स्टेशन पर उतर गई और पुलिस स्टेशन पहुंची। जब मैंने पुलिस को पूरी घटना बताई, तो उन्होंने मुझसे पूछा कि ‘कुछ ज्यादा हुआ क्या?’ मैंने कहा कि मानसिक रूप से मुझे बहुत ज्यादा परेशान किया गया है।

इस पर पुलिस ने जवाब दिया कि अब हम उसे कहां ढूंढेंगे? लेकिन आप यकीन नहीं करेंगे कि वही लड़का वहीं खड़ा था जहां उसने मेरे साथ ये हरकत की थी। मैंने तुरंत उसे पहचान लिया और पुलिस को बताया कि यही वही लड़का है।”

सबूत मांगने पर पुलिस का रवैया

जब अदिति ने उस लड़के की पहचान की, तो पुलिस ने उनसे सबूत के बारे में पूछा। इस पर उन्होंने कहा, “मैं आपको सच बता रही हूं कि इस लड़के ने मेरे साथ गलत किया, मैं झूठ क्यों बोलूंगी?”

इसके बाद एक महिला कांस्टेबल ने उस लड़के से पूछताछ की। अदिति के अनुसार, “जब महिला कांस्टेबल ने उससे पूछा कि क्या उसने मेरे साथ कुछ किया, तो पहले उसने मना कर दिया। लेकिन मैंने उस पर चिल्लाया और उसे डराने की कोशिश की, क्योंकि वो मुझसे उम्र में छोटा था। मैं उससे 2-3 साल बड़ी थी। जब मैंने उसे मारने का इशारा किया, तब जाकर उसने हां कहा और माफी मांगी।”

आत्मविश्वास से दिया करारा जवाब

अदिति ने बताया कि उन्होंने उस लड़के का कॉलर पकड़ लिया और गुस्से में कहा, “अब और किसी के साथ करेगा? सबके सामने बोल।” उनकी इस प्रतिक्रिया से लड़का पूरी तरह डर गया और अपनी गलती स्वीकार कर ली।

महिलाओं के लिए जरूरी संदेश

इस घटना के जरिए अदिति ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक और सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसी स्थिति का सामना करता है, तो उसे बिना डरे तुरंत एक्शन लेना चाहिए और पुलिस को इसकी जानकारी देनी चाहिए।

ये घटना न केवल अदिति के साहस को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि महिलाओं को हर जगह सतर्क रहने की जरूरत है। इस तरह के मामलों को नजरअंदाज करना समस्या को और बढ़ा सकता है, इसलिए जरूरी है कि महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर जागरूक और आत्मनिर्भर बनें।

छोटी सी गलती और चली गई नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 18 की जान…

New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी) की रात दिल दहला देने वाली भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई। प्रयागराज में महाकुंभ जाने के लिए हजारों श्रद्धालु स्टेशन पर पहुंचे थे, जिससे प्लेटफॉर्म नंबर 13-14 पर भारी भीड़ जमा हो गई। हालात ऐसे हो गए कि लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी।

भीड़ का दबाव बढ़ता गया, और भगदड़ के कारण कई लोग वहीं दम तोड़ बैठे। शुरुआती जांच में कई कारण सामने आए हैं। रेलवे प्रशासन का दावा है कि यात्रियों की भीड़ बढ़ती गई। तभी कुछ लोगों ने एक दूसरे को धक्का देना शुरु कर दिया। जिसके कुछ लोग गिर गए और फिर यही से हालात बिगड़ने लगे। कुछ रिपोर्ट्स ये भी बता रही हैं कि स्टेशन पर कुछ ट्रेन के लेट होने से भीड़ बढ़ती गई। भीड़ के हिसाब से वहां RPF मौजूद नहीं थी।

घटना का दर्दनाक मंजर

रेलवे स्टेशन पर अचानक मची भगदड़ में कई लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े। प्लेटफॉर्म पर खड़े लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग चाहकर भी खुद को सुरक्षित नहीं कर पाए।

इस हादसे में जान गंवाने वाले 18 लोगों की पहचान हो गई है, जिसमें 14 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में सबसे छोटी उम्र की बच्ची महज 7 साल की थी, जबकि सबसे बुजुर्ग महिला 79 वर्ष की थीं। मरने वालों में दिल्ली, बिहार और हरियाणा के लोग शामिल हैं।

मृतकों की पहचान

  1. आहा देवी (79) – बक्सर, बिहार
  2. पिंकी देवी (41) – संगम विहार, दिल्ली
  3. शीला देवी (50) – सरिता विहार, दिल्ली
  4. व्योम (25) – बवाना, दिल्ली
  5. पूनम देवी (40) – सारण, बिहार
  6. ललिता देवी (35) – परना, बिहार
  7. सुरुचि (11) – मुजफ्फरपुर, बिहार
  8. कृष्णा देवी (40) – समस्तीपुर, बिहार
  9. विजय साह (15) – समस्तीपुर, बिहार
  10. नीरज (12) – वैशाली, बिहार
  11. शांति देवी (40) – नवादा, बिहार
  12. पूजा कुमार (8) – नवादा, बिहार
  13. संगीता मलिक (34) – भिवानी, हरियाणा
  14. पूनम (34) – महावीर एन्क्लेव, दिल्ली
  15. ममता झा (40) – नांगलोई, दिल्ली
  16. रिया सिंह (7) – सागरपुर, दिल्ली
  17. बेबी कुमारी (24) – बिजवासन, दिल्ली
  18. मनोज (47) – नांगलोई, दिल्ली

प्रशासन की नींद टूटी, जांच के आदेश

दिल्ली पुलिस ने पुष्टि की है कि हादसे में 14 महिलाओं समेत कुल 18 लोगों की जान चली गई है। इस घटना के बाद प्रशासन ने रेलवे स्टेशन की भीड़ नियंत्रण व्यवस्था पर गंभीरता से काम शुरू कर दिया है। खासकर प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।

रेलवे प्रशासन और पुलिस ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि स्टेशन पर पर्याप्त भीड़ नियंत्रण के इंतजाम नहीं थे, जिससे यह बड़ा हादसा हुआ। दिल्ली सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है, जबकि घायलों का इलाज रेलवे अस्पताल और अन्य सरकारी अस्पतालों में किया जा रहा है।

रेलवे की अपील

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और भीड़ को नियंत्रित रखने में सहयोग करें। स्टेशन पर आपातकालीन व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का दावा किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके।

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