Rahul Gandhi से डरती है सरकार- Priyanka Gandhi

कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित कांग्रेस की “जय बापू, जय भीम, जय संविधान” रैली में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि BJP और RSS की विचारधारा देश की मूल विचारधारा और विविधता पर हमला करती है। प्रियंका ने कहा,
“प्रधानमंत्री और गृह मंत्री संविधान के विरोधी हैं, क्योंकि उनकी नीतियां और विचारधारा बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा बनाए संविधान के खिलाफ हैं।”

राहुल गांधी को लेकर प्रियंका का बड़ा बयान

प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी संविधान की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार राहुल गांधी से डरती है क्योंकि वो सच्चाई के लिए लड़ रहे हैं। “राहुल गांधी ने हमेशा संविधान और देश की विविधता की रक्षा की है, और इसके लिए वो अपनी जान भी दे सकते हैं,” प्रियंका ने कहा।

बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान का अपमान

प्रियंका गांधी ने सरकार पर बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “आज तक कोई ऐसी सरकार नहीं आई, जिसका गृह मंत्री संसद में खड़े होकर बाबा साहेब का अपमान कर सके। इस सरकार के मंत्री चुनावी रैलियों में खुलेआम संविधान बदलने की बात करते हैं।”

मोहन भागवत पर निशाना

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम लिए बिना प्रियंका ने कहा, “कौन सोच सकता था कि स्वतंत्र भारत की धरती पर कोई ये कह सकता है कि हमें 1947 में आजादी नहीं मिली।” ये बयान आरएसएस के हालिया बयानों पर सीधा हमला माना जा रहा है।

कांग्रेस का सियासी संदेश

कांग्रेस की ये रैली कर्नाटक चुनावों से पहले BJP और RSS के खिलाफ जनता को एकजुट करने की कोशिश मानी जा रही है। प्रियंका गांधी ने अपने भाषण से BJP की नीतियों और विचारधारा पर सवाल उठाए, साथ ही संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दोहराया।

कांग्रेस अब सिर्फ BJP और RSS से नहीं, बल्कि इंडियन स्टेट से भी लड़ाई लड़ रही है- Rahul Gandhi

आज कांग्रेस के नए मुख्यालय का उद्घाटन हुआ। इस नए भवन में नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi के पहले ही भाषण पर हंगामा हो गया है। इस दौरान राहुल गांधी ने BJP और RSS पर तीखा हमला किया। राहुल गांधी ने कहा कि दोनों संगठनों ने देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब सिर्फ BJP और RSS से नहीं, बल्कि इंडियन स्टेट से भी लड़ाई लड़ रही है।

राहुल गांधी के इसी बयान पर हंगामा हो गया है। राहुल गांधी के ताजा बयान पर BJP ने जोरदार हमला किया है। BJP ने राहुल गांधी के इस बयान को देश विरोधी बताया है। बीजेपी ने इसे ‘भारत-विरोधी मानसिकता’ करार दिया है, वहीं कांग्रेस इसे संस्थागत कब्जे के खिलाफ लड़ाई बता रही है।

BJP का पलटवार

BJP अध्यक्ष JP Nadda ने सोशल मीडिया पर लिखा, “राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे भारत से लड़ रहे हैं।” नड्डा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और कांग्रेस का उद्देश्य भारत को कमजोर करना है।

नड्डा ने कहा, “कांग्रेस का गंदा सच खुद उनके नेता ने उजागर कर दिया है। राहुल गांधी की बातों से साफ है कि वे भारत सरकार और उसकी संस्थाओं को कमजोर करना चाहते हैं। यह कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है कि वे देशविरोधी ताकतों को बढ़ावा देते हैं।”


राहुल गांधी ने उठाए कई मुद्दे

भागवत के बयान को बताया देशद्रोह

राहुल गांधी ने RSS प्रमुख Mohan Bhagwat के बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा, “भागवत का ये कहना कि 1947 में भारत को सच्ची आजादी नहीं मिली थी, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और हर भारतीय नागरिक का अपमान है।”

राहुल ने कहा कि भागवत का बयान संविधान पर सीधा हमला है। “भागवत के बयान का मतलब है कि संविधान का कोई औचित्य नहीं है। अगर वे किसी और देश में ऐसे बयान देते, तो गिरफ्तार हो जाते,”

आजादी की लड़ाई को महत्वहीन बताने का आरोप

राहुल ने भागवत पर आरोप लगाया कि उनके अनुसार, “अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई का कोई महत्व नहीं है।”

रामलला प्राण प्रतिष्ठा और आजादी का विवाद

भागवत ने 13 जनवरी को इंदौर में कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन ‘सच्ची आजादी’ के रूप में मनाया जाना चाहिए। इस पर राहुल ने कहा, “ये बयान हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान के प्रति उनके नकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।”

राहुल गांधी हो सकते हैं गिरफ्तार, धक्का-मुक्की मामले में दर्ज हुई FIR

दिल्ली पुलिस ने BJP की शिकायत पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। हालांकि, पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109 (हत्या का प्रयास) को हटा दिया है। बाकी सभी धाराएं वही रखी गई हैं, जो BJP की शिकायत में शामिल थीं।

BJP ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत में कई धाराएं जोड़ी थीं। इनमें BNS की धारा 115 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 117 (जानबूझकर गंभी चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों को जीवन को खतरे में पहुंचाना), 131 (आपराधिक बल का प्रयोग) और 351 (आपराधिक धमकी) शामिल थीं।

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज करते हुए शिकायत की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि BNS की 109 धारा को हटाने का फैसला प्रथम दृष्टया तथ्यों के आधार पर लिया गया है।

घायल प्रताप सारंगी

इस पूरे मामले को लेकर BJP और कांग्रेस के बीच सियासी टकराव तेज हो गया है। BJP नेताओं ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी मंशा पर सवाल उठाए हैं, जबकि कांग्रेस ने इसे बदले की राजनीति करार दिया है।

अब ये देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या निष्कर्ष सामने आते हैं और कोर्ट में ये मामला किस दिशा में बढ़ता है। इस मामले ने सियासी गलियारों में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।

बता दें कि, गुरुवार (19 दिसंबर) को संसद भवन में बीजेपी के दो सांसद घायल हो गए थे। बीजेपी ने नेता विपक्ष राहुल गांधी पर धक्का देने का आरोप लगाया था। हालांकी कांग्रेस ने सभी आरोपों को नकार दिया था। साथ ही कांग्रेस ने BJP नेताओं पर धक्का देने और राहुल गांधी के साथ मारपीट करने के आरोप लगाए थे।

इस मामले में कांग्रेस ने भी संसथ थाने में शिकायत दी है। जिस पर पुलिस की जांच जारी है। लेकिन इस मामले ने एक बार फिर देश की संसद को शर्मसार कर दिया है। लोग सोच रहे हैं कि देश के नेता ही इस तरह से लड़ रहे हैं तो बाकी देश की जनता का क्या होगा ?

Exit mobile version