कांग्रेस में बगावत के आसार ?, मोदी की तारीफ पर भिड़े बड़े-बड़े नेता!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय अमेरिकी दौरे के बाद कांग्रेस लगातार उन पर सियासी हमले कर रही है। हालांकि, इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी की सराहना की है। उनके बयान के बाद कांग्रेस ने इसे उनका निजी मत बताया है।

पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। इस वार्ता में 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा से लेकर F-35 फाइटर प्लेन तक कई अहम साझेदारियों पर बातचीत हुई।

जयराम रमेश का कटाक्ष

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने शशि थरूर की टिप्पणी को व्यक्तिगत बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर लिखा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश की एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां अभिव्यक्ति की पूरी स्वतंत्रता है। हमारे सदस्य विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखते हैं, लेकिन ये जरूरी नहीं कि वे विचार पार्टी की आधिकारिक राय को दर्शाते हों। पार्टी का आधिकारिक रुख ही सबसे महत्वपूर्ण होता है।”

न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “अवैध अप्रवासियों को भारत वापस भेजने के तरीके पर कोई चर्चा क्यों नहीं हुई? क्या प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुद्दे को बंद दरवाजों के पीछे उठाया? मैं इस बात का स्वागत करता हूं कि व्यापार और शुल्कों पर अगले नौ महीनों तक वार्ता जारी रखने के लिए एक समझौता हुआ है। ये वाशिंगटन द्वारा जल्दबाजी में और एकतरफा शुल्क लगाने से कहीं बेहतर है, जिससे भारतीय निर्यात को नुकसान हो सकता था।”

शशि थरूर ने आगे कहा, “मुझे लगता है कि इस दौरे से कुछ सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं, और एक भारतीय के रूप में मैं इसकी सराहना करता हूं। हम हमेशा केवल पार्टी हितों की ही बात नहीं कर सकते। इससे पहले भी उन्होंने पीएम मोदी के दौरे को लेकर कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप के लिए ये सुनना कि पीएम मोदी उनसे बेहतर वार्ताकार हैं, काफी दिलचस्प है। खासतौर पर तब, जब ट्रंप के रक्षा सचिव ने उन्हें दुनिया का सबसे महान वार्ताकार कहा था।”

शशि थरूर की इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस में एक बार फिर मतभेद उभरते दिख रहे हैं। हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने इसे उनकी व्यक्तिगत राय बताते हुए किसी भी आंतरिक विवाद से इनकार किया है।

पानी का गलत बिल मत भरो, सरकार बनने पर हम करेंगे माफ- Arvind Kejriwal

AAP (आम आदमी पार्टी) के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal ने दिल्ली में पानी के बिलों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार के समय 12 लाख से ज्यादा परिवारों को “0 रुपये का पानी का बिल” आता था, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में लोगों पर भारी बिलों का बोझ डाल दिया गया है।


केजरीवाल का वादा

अरविंद केजरीवाल ने कहा: “दिल्ली में हमारी सरकार ने पिछले 10 सालों से लोगों को मुफ्त पानी की सुविधा दी। लेकिन मेरे जेल जाने के बाद, मुझे नहीं पता कि इन लोगों ने क्या किया। अब हर महीने हज़ारों-लाखों रुपये के पानी के बिल आ रहे हैं।”

केजरीवाल ने वादा करते हुए कहा कि, “जिन लोगों को लगता है कि उनके पानी के बिल गलत हैं, उन्हें इनका भुगतान करने की ज़रूरत नहीं है। AAP की सरकार बनने के बाद हम इन गलत बिलों को माफ करवाएंगे। ये मेरा वादा और गारंटी है।”


क्या है पानी का बिल विवाद?

  • फ्री पानी की योजना:
    AAP सरकार ने दिल्ली में हर परिवार को 20,000 लीटर तक मुफ्त पानी देने की योजना लागू की थी।
  • बिल में बढ़ोतरी:
    हाल के महीनों 1में कई लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें गलत और बढ़े हुए पानी के बिल मिल रहे हैं।
  • AAP का आरोप:
    केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उनकी अनुपस्थिति का फायदा उठाकर प्रशासन ने लोगों को भारी बिल देना शुरू कर दिया।

राजनीतिक माहौल गरमाया

  • केजरीवाल का दावा:
    AAP प्रमुख ने इसे दिल्ली के निवासियों के खिलाफ एक साजिश करार दिया।
  • विपक्ष का पलटवार:
    BJP और कांग्रेस ने इसे चुनावी स्टंट बताते हुए कहा कि केजरीवाल वोट पाने के लिए झूठे वादे कर रहे हैं।

जनता की प्रतिक्रिया

  • AAP समर्थक:
    केजरीवाल के बयान पर AAP समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनका समर्थन किया और मुफ्त पानी की योजना की तारीफ की।
  • विपक्षी का आरोप:
    विपक्षी पार्टियों ने कहा कि मुफ्त योजनाओं का वादा कर जनता को गुमराह किया जा रहा है।

अरविंद केजरीवाल के इस बयान ने दिल्ली की राजनीति को एक बार फिर चर्चा का केंद्र बना दिया है। पानी के बढ़े हुए बिलों का मुद्दा आगामी चुनावों में एक बड़ा फैक्टर साबित हो सकता है। अब ये देखना बाकी है कि AAP इस मुद्दे को किस हद तक भुनाती है और जनता इस पर कैसी प्रतिक्रिया देती है।

मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में Congress शामिल नहीं हुई- BJP

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियां रविवार को दिल्ली के मजनू का टीला गुरुद्वारे में लाई गईं, जहां शबद कीर्तन, पाठ और अरदास के बाद उनके परिजनों ने अस्थियां यमुना नदी में विसर्जित कीं। Congress ने एक्स (Twitter) पर इस प्रक्रिया का एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा, “भारत मां के सपूत और देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की अस्थियां पूरे विधि-विधान से यमुना घाट पर विसर्जित की गईं। हम उनकी देश सेवा, समर्पण और सहजता को हमेशा याद रखेंगे। सादर नमन।”

BJP Leader’s Criticism on Congress Absence

हालांकि, BJP नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि अस्थि विसर्जन के दौरान Congress का कोई बड़ा नेता मौजूद नहीं था। सिरसा ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह जी जैसे सम्मानित नेता के अस्थि विसर्जन में गांधी परिवार और कांग्रेस नेताओं की अनुपस्थिति दुखद है। ये Congress की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाता है।”

Manmohan Singh’s Legacy and Passing

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को AIIMS, दिल्ली में 92 वर्ष की आयु में निधन हुआ। उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर किया गया। उनकी मृत्यु पर भारत और दुनिया भर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया। केंद्र सरकार ने उनके सम्मान में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।

Congress vs BJP Over Memorial Issue

Congress ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के लिए उचित सम्मान नहीं दिया। पार्टी के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से दिल्ली में एक स्मारक के लिए भूमि आवंटित करने का अनुरोध किया था, लेकिन ये अब तक पूरा नहीं हुआ। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने Congress पर पूर्व प्रधानमंत्री के निधन को politicize करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, “डॉ. मनमोहन सिंह के समय में कांग्रेस ने कभी उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया। अब वे स्मारक मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं।”

नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार स्मारक के लिए ट्रस्ट का गठन कर रही है, और इस प्रक्रिया में समय लग सकता है। ये प्रकरण न केवल एक महान नेता के योगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि इसे लेकर उभरे राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ने इस विषय को और संवेदनशील बना दिया है।

डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान पर राजनीति कर रही कांग्रेस – Sudhanshu Trivedi

BJP नेता Sudhanshu Trivedi ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री Dr. Manmohan Singh के सम्मान में कांग्रेस पार्टी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन से पूरा देश शोक में है। उन्होंने देश के आर्थिक विकास की नींव रखी, और उनकी स्मृति को सम्मान देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”

सरकार बनाएगी स्मारक और समाधि

सुधांशु त्रिवेदी ने जानकारी दी कि कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया है कि डॉ. मनमोहन सिंह की स्मृति में एक स्मारक और समाधि बनाई जाएगी। उन्होंने कहा, “इस प्रक्रिया में जो भी समय लगेगा, कांग्रेस पार्टी को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है।

गृह मंत्री Amit Shah ने कैबिनेट के बाद कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge को इसकी जानकारी दी। अब भूमि अधिग्रहण और हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ये काम शुरू होगा।”

कांग्रेस पर राजनीतिकरण का आरोप

सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “ये दुख की बात है कि कांग्रेस पार्टी, जिसने डॉ. मनमोहन सिंह को उनके जीवनकाल में उचित सम्मान नहीं दिया, अब उनके निधन के बाद भी उनके सम्मान का राजनीतिकरण कर रही है।”

उन्होंने ये भी कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह गांधी-नेहरू परिवार के बाहर के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने लगातार 10 साल तक देश का नेतृत्व किया। लेकिन कांग्रेस ने नेहरू-गांधी परिवार के बाहर के किसी भी नेता को कभी भी सम्मान नहीं दिया। कम से कम आज इस दुःख की घड़ी में राजनीति करना बंद करना चाहिए।”

BJP सरकार का निष्पक्ष सम्मान का दावा

त्रिवेदी ने कहा कि Prime Minister Narendra Modi की सरकार ने हमेशा दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी नेताओं को उचित सम्मान दिया है। उन्होंने ये भी कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया, ये देश से छिपा नहीं है। लेकिन हमारी सरकार उनके योगदान को पूरा सम्मान देगी।”

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