SVAMITVA Yojana क्या है ?, जमीन के विवाद से कैसे मिलेगा लाभ?

Modi Sarkar ने ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति के अधिकार को मजबूत करने और गांवों के विकास को बढ़ावा देने के लिए स्वामित्व योजना (SVAMITVA Yojana) की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को उनकी जमीन और संपत्ति का डिजिटल रिकॉर्ड उपलब्ध कराना है। इसके जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति को लेकर विवादों को कम किया जा सकेगा और लोगों को अपने अधिकार का प्रमाण मिलेगा।

स्वामित्व योजना क्या है?

स्वामित्व योजना का पूरा नाम “Survey of Villages and Mapping with Improvised Technology in Village Areas” है। ये योजना 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी।

  • इसके तहत ड्रोन तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण इलाकों की जमीन और संपत्ति का सर्वेक्षण किया जाता है।
  • इसके बाद मालिकों को डिजिटल प्रॉपर्टी कार्ड (Property Card) दिया जाता है।
  • ये कार्ड जमीन पर उनके मालिकाना हक का प्रमाण होता है और इसे बैंकों से लोन लेने या कानूनी प्रक्रियाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है।

स्वामित्व योजना का उद्देश्य

  1. डिजिटल रिकॉर्ड: ग्रामीण संपत्तियों का सटीक और डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना।
  2. विवाद कम करना: जमीन के मालिकाना हक को लेकर होने वाले विवादों को खत्म करना।
  3. आर्थिक विकास: संपत्ति के प्रमाण के जरिए ग्रामीणों को बैंकों से आसानी से लोन लेने में मदद करना।
  4. सरकारी योजनाओं का लाभ: संपत्ति का रिकॉर्ड होने से ग्रामीणों को सरकार की अन्य योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा।

कैसे मिलेगा लाभ?

  1. सर्वेक्षण और मैपिंग:
    • गांवों में ड्रोन तकनीक से जमीन और संपत्तियों का सर्वे किया जाएगा।
    • इसके बाद संपत्तियों की मैपिंग की जाएगी।
  2. प्रॉपर्टी कार्ड जारी:
    • सर्वे पूरा होने के बाद संपत्ति मालिकों को डिजिटल प्रॉपर्टी कार्ड दिया जाएगा।
    • इस कार्ड को आधार कार्ड या अन्य सरकारी पहचान पत्र से लिंक किया जाएगा।
  3. बैंकिंग और लोन सुविधा:
    • प्रॉपर्टी कार्ड के जरिए ग्रामीण बैंक से आसानी से लोन ले सकते हैं।
    • इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।

स्वामित्व योजना के लाभ

लोन की सुविधा: प्रॉपर्टी कार्ड के जरिए बैंकों से लोन मिलना आसान होगा।

  • कानूनी सुरक्षा: संपत्ति के मालिकाना हक का कानूनी प्रमाण मिलेगा।
  • विवादों का समाधान: जमीन से जुड़े विवादों में कमी आएगी।
  • डिजिटल इंडिया का हिस्सा: संपत्ति का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार होने से ग्रामीण भारत को डिजिटली सशक्त बनाया जा सकेगा।

कैसे करें आवेदन?

  • इस योजना के तहत आवेदन के लिए ग्रामीणों को अपने क्षेत्र के पंचायत कार्यालय या संबंधित सरकारी विभाग से संपर्क करना होगा।
  • प्रॉपर्टी कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड, जमीन के पुराने कागजात, और अन्य जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।

योगी सरकार की 5 बड़ी योजनाएं: उत्तर प्रदेश के विकास की नई ऊंचाइयां

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हाल ही में कई बड़ी योजनाओं का ऐलान किया है, जो राज्य के विकास को एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य हर वर्ग तक विकास की रोशनी पहुंचाना और राज्य को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।

1. उत्तर प्रदेश ग्रीन एनर्जी मिशन

राज्य सरकार ने “ग्रीन एनर्जी मिशन” के तहत renewable energy projects को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इसमें सोलर पावर प्लांट्स, बायोगैस यूनिट्स और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन के निर्माण का प्रावधान है। इससे न केवल पर्यावरण की सुरक्षा होगी, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।

2. किसान सशक्तिकरण योजना

योगी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से एक नई किसान सशक्तिकरण योजना लॉन्च की है। इसमें किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण, सब्सिडी पर खाद और बीज, और फसल बीमा की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही किसानों को ड्रोन तकनीक से खेतों की निगरानी की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

3. महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण

मिशन शक्ति को और प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई नए कदम उठाए हैं। महिला हेल्पलाइन 1090 को और मजबूत किया गया है। इसके अलावा, महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए महिला उद्यमिता योजना शुरू की गई है।

4. औद्योगिक विकास: मेगा इन्वेस्टमेंट प्लान

उत्तर प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए Mega Investment Plan की शुरुआत की गई है। सरकार ने आने वाले 5 वर्षों में राज्य में 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। इसमें टेक्नोलॉजी हब, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और MSMEs का विशेष योगदान रहेगा।

5. इंफ्रास्ट्रक्चर का कायाकल्प

योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर हब बनाने का संकल्प लिया है। इसमें गंगा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इसके साथ ही, शहरों में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार और ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की सड़कों का निर्माण भी प्राथमिकता में है।

Yogi Adityanath ने अपने बयान में कहा, “उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना हमारा लक्ष्य है। ये योजनाएं राज्य को आत्मनिर्भर और विकासशील बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।” राज्य की जनता को उम्मीद है कि ये योजनाएं न केवल उनकी जिंदगी को आसान बनाएंगी, बल्कि उत्तर प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करेंगी।

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