Radha Mohan Ji Temple : PM मोदी ने किया श्री श्री राधा मदनमोहन जी मंदिर का उद्घाटन

Radha Mohan Ji Temple : नवी मुंबई के खारघर इस्कॉन मंदिर के श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री Narendra Modi का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मंदिर की आध्यात्मिक महत्ता और भारत की सांस्कृतिक धरोहर पर अपने विचार साझा किए।

पीएम मोदी का संबोधन

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर का उद्घाटन हो रहा है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस अलौकिक अनुष्ठान का हिस्सा बनने का पुण्य प्राप्त हुआ।” उन्होंने मंदिर की अद्भुत वास्तुकला और उसके पीछे छिपे आध्यात्मिक दर्शन की सराहना की।

भारत की अध्यात्मिक चेतना पर प्रकाश

मोदी ने भारत की विशिष्टता को रेखांकित करते हुए कहा, “हमारा भारत केवल भौगोलिक सीमा का टुकड़ा नहीं है। ये एक जीवंत संस्कृति और परंपरा की धरती है। इस चेतना की आत्मा यहां का अध्यात्म है। भारत को समझने के लिए अध्यात्म को आत्मसात करना आवश्यक है।”

भौतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण का अंतर

प्रधानमंत्री ने कहा, “जो लोग दुनिया को केवल भौतिक दृष्टि से देखते हैं, उन्हें भारत विभिन्न भाषाओं और प्रांतों का समूह मात्र लगता है। लेकिन जब आप सांस्कृतिक चेतना से जुड़ते हैं, तभी भारत के विराट स्वरूप के दर्शन होते हैं।”

मंदिर के उद्घाटन की महत्ता

श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर न केवल आध्यात्मिक साधना का केंद्र बनेगा, बल्कि ये भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक भी होगा। मोदी ने कहा, “मंदिर केवल ईश्वर की पूजा का स्थान नहीं, बल्कि ये अध्यात्म और सांस्कृतिक एकता का संदेश देने वाला केंद्र है।”

इस उद्घाटन कार्यक्रम ने भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को एक बार फिर केंद्र में ला दिया। प्रधानमंत्री ने इस्कॉन की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन भारतीय अध्यात्म और परंपरा को वैश्विक स्तर पर ले जाने का कार्य कर रहा है।

PM Modi ने INS सूरत, INS नीलगिरि और INS वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित किया

मुंबई के नेवी डॉकयार्ड में प्रधानमंत्री Narendra Modi ने तीन अत्याधुनिक युद्धपोत – INS सूरत, INS नीलगिरि और INS वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है और इस आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए गुलामी की मानसिकता से मुक्त होना जरूरी है।

Naval Reforms with Heritage Touch
प्रधानमंत्री ने भारतीय नौसेना के नए ध्वज और एडमिरल रैंक के एप्लेट्स की तारीफ की, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की गौरवशाली परंपरा से प्रेरित हैं। ये कदम भारतीय परंपराओं और Make in India की सोच को मजबूती देता है। मोदी ने कहा, “हमारा हर कदम भारत को विकसित बनाने के लिए होना चाहिए।”

Connectivity and Critical Infrastructure Developments
प्रधानमंत्री ने Border और Coastline Connectivity पर जोर देते हुए कहा कि बीते दस सालों में इस क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है।

  • हाल ही में जम्मू-कश्मीर में सोनमर्ग टनल का लोकार्पण किया गया।
  • पिछले साल अरुणाचल प्रदेश में सेला टनल शुरू हुई, जिससे LAC पर सेना की पहुंच आसान हो गई।
  • अब शिंकुन ला टनल और जोजिला टनल जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम हो रहा है।
  • भारतमाला परियोजना के तहत बॉर्डर एरिया में शानदार हाईवे नेटवर्क बन रहा है।
  • वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम से सीमावर्ती गांवों का भी तेजी से विकास हो रहा है।

Island and Ocean Naming Initiatives
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपने दूर-दराज के द्वीपों और समुद्री इलाकों पर भी विशेष फोकस किया है।

  • हिंद महासागर में स्थित समुद्री पर्वतों (Seamounts) को नाम देने की प्रक्रिया शुरू हुई है।
  • पिछले साल भारत की पहल पर Ashoka Seamount, Harshavardhan Seamount, Raja Raja Chola Seamount, Kalpataru Ridge और Chandragupta Ridge जैसे नाम दिए गए, जो भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में सभी से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर देश को विकसित बनाने में योगदान दें। “हमारे कार्य अलग हो सकते हैं, लेकिन लक्ष्य एक ही है – विकसित भारत।”

PM Modi ने जाट समाज को धोखा दिया- Kejriwal


दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक Arvind Kejriwal ने प्रधानमंत्री Narendra Modi को पत्र लिखा है। इस पत्र में केजरीवाल ने दिल्ली के जाट समाज को केंद्र की OBC लिस्ट में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि “प्रधानमंत्री ने दिल्ली के जाट समाज के साथ धोखा किया है।

केजरीवाल का आरोप: PM ने वादे पूरे नहीं किए

केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा, “2015 में प्रधानमंत्री ने जाट समाज के नेताओं से वादा किया था कि दिल्ली के जाटों को केंद्र की OBC लिस्ट में शामिल किया जाएगा। 2019 में गृहमंत्री अमित शाह ने भी यही वादा किया। लेकिन आज तक जाट समाज को OBC लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।”

उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 सालों से जाट समाज को OBC आरक्षण के नाम पर गुमराह किया है। राजस्थान के जाट समाज को अगर दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में रिजर्वेशन मिल सकता है, तो दिल्ली के जाट समाज को क्यों नहीं?

जाट समाज के बच्चों को नहीं मिलता DU में एडमिशन

अरविंद केजरीवाल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “दिल्ली के जाट समाज के हजारों बच्चे DU में एडमिशन से वंचित रह जाते हैं। केंद्र की ओबीसी लिस्ट में न होने के कारण न उन्हें कॉलेज में एडमिशन का लाभ मिलता है, न ही सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन का। मोदी सरकार ने जाट समाज के साथ अन्याय किया है।”

‘वादों को भूल जाती है सरकार’

Kejriwal ने कहा, “प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों ने जाट समाज से किए वादे नहीं निभाए। चुनाव से पहले बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन बाद में उन वादों को भुला दिया जाता है।”

उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने PM मोदी को चिट्ठी लिखकर उनके पुराने वादे की याद दिलाई है। AAP का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर टकराव बढ़ता जा रहा है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि PM मोदी और केंद्र सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है। जाट समाज की मांगों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो रही है।

PM Modi ने किया ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन, ‘हमने DAP की कीमत स्थिर की’

प्रधानमंत्री Narendra Modi ने दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 में देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों और ग्रामीण उद्यमियों से संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीण भारत के विकास, किसानों की भलाई और सरकार की नीतियों पर जोर दिया।


ग्रामीण भारत के लिए प्रधानमंत्री का विजन

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा: “2014 से ही मैं लगातार, हर पल ग्रामीण भारत की सेवा में लगा हूं। गांव के लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देना मेरी सरकार की प्राथमिकता है।”

उन्होंने आगे कहा कि गांवों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें अपने क्षेत्र में ही विकास के अवसर प्रदान करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। “हमारा उद्देश्य है कि गांव के लोगों को पलायन न करना पड़े और उनके जीवन को आसान बनाया जाए।”


पीएम फसल बीमा योजना पर अपडेट

प्रधानमंत्री ने हाल ही में कैबिनेट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा: “हमारी सरकार ने ‘PM Fasal Bima Yojana’ को एक वर्ष के लिए और बढ़ा दिया है। यह योजना किसानों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच है।”

इस योजना का उद्देश्य किसानों को फसल के नुकसान से बचाने और उन्हें आर्थिक स्थिरता प्रदान करना है।


DAP के दाम पर सरकार का नियंत्रण

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक बाजार में DAP (डायमोनियम फॉस्फेट) की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन उनकी सरकार ने किसानों पर इसका असर नहीं पड़ने दिया।

“अगर किसान को अंतरराष्ट्रीय दामों पर DAP खरीदना पड़ता, तो वो भारी कर्ज में दब जाता। लेकिन हमने सब्सिडी बढ़ाकर DAP के दाम स्थिर रखे हैं।”

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार की नीयत, नीति और निर्णय किसानों और ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं।


ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विशेष फोकस

प्रधानमंत्री ने बताया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए गांव के हर वर्ग के लिए विशेष नीतियां बनाई गई हैं। “हमारी सरकार ने गांव-गांव में मूलभूत सुविधाओं की गारंटी का अभियान चलाया है।”


ग्रामीण भारत महोत्सव की विशेषताएं

  • स्थानीय कला और संस्कृति का प्रदर्शन:
    महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों ने अपनी पारंपरिक कलाओं और शिल्प का प्रदर्शन किया।
  • ग्रामीण उत्पादों का मंच:
    इस महोत्सव में ग्रामीण उद्यमियों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बाजार तक पहुंचने का मौका मिला।
  • प्रधानमंत्री का संवाद:
    प्रधानमंत्री ने ग्रामीण कलाकारों और उद्यमियों के साथ बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना।

प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण से स्पष्ट है कि उनकी सरकार का ध्यान ग्रामीण भारत को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने पर है। “पीएम फसल बीमा योजना” और DAP की कीमतों को नियंत्रित करने जैसे कदम इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। महोत्सव ने ग्रामीण भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और आर्थिक क्षमताओं को भी उजागर किया।

Dr. Manmohan Singh के लिए क्या बना रही Modi Sarkar ?

Modi Sarkar ने पूर्व प्रधानमंत्री Dr. Manmohan Singh की स्मृति में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक स्मारक बनाने का निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है।

गृह मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार सुबह सरकार को कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge की ओर से एक अनुरोध प्राप्त हुआ, जिसमें स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह की स्मृति में स्मारक के लिए स्थान आवंटित करने की मांग की गई थी।

कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद, गृह मंत्री Amit Shah ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि स्मारक के लिए जगह आवंटन और ट्रस्ट के गठन की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान और विरासत

डॉ. मनमोहन सिंह, जो 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे, कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA Sarkar के प्रमुख थे। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का आर्किटेक्ट माना जाता है। गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।  

डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यकाल आर्थिक विकास और समावेशी नीतियों के लिए जाना जाता है। उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक स्तर पर आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में कई उपलब्धियां हासिल कीं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि स्मारक निर्माण के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद, एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा।

युवाओं को नई साल से पहले PM Modi का तोहफा, हजारों परिवारों में जश्न का माहौल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (23 दिसंबर) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए रोजगार मेले (Rozgar Mela) के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में नए नियुक्त हुए युवाओं को नियुक्ति पत्र (Appointment Letters) वितरित किए। इस मौके पर PM Modi ने युवाओं को उनकी hard work और नए सफर की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज आपकी जिंदगी का नया chapter शुरू हो रहा है। आपकी वर्षों की मेहनत finally रंग लाई है। 2024 का यह साल आपको और आपके परिवार को नई खुशियां देकर जा रहा है। मैं आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूं।”

उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों से government ministries, departments, और institutions में बड़े स्तर पर recruitment campaigns चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “आज 71,000 से अधिक युवाओं को appointment letters दिए गए हैं। बीते 1.5 साल में लगभग 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी (Government Jobs) प्रदान की गई है। यह अपने आप में एक historic achievement है।”

PM Modi ने भारत के विकास (Development) पर जोर देते हुए कहा, “हमने 2047 तक Developed India के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें इस लक्ष्य की प्राप्ति पर पूरा भरोसा है। आज India का youth नए confidence से भरा हुआ है और हर sector में अपनी पहचान बना रहा है। भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी economy बन चुका है।”

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “आज चौधरी चरण सिंह जी की birth anniversary है। यह हमारी government के लिए गर्व की बात है कि हमें इस वर्ष उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का अवसर मिला। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आज का दिन ‘किसान दिवस’ (Kisan Diwas) के रूप में मनाया जाता है। मैं देश के अन्नदाताओं को नमन करता हूं।”

PM Modi के इस संबोधन में भारत के विकास और युवाओं की भूमिका का clear संदेश दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि जो vision 2047 का रखा गया है, उसे achieve करने में youth की energy और dedication अहम भूमिका निभाएंगे।

मोदी के साथ ये काम करना चाहते हैं पुतिन, दुश्मन देश हो जाएंगे परेशान

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मजबूत दोस्ती का जिक्र किया है। उनके इस बयान ने भारत-रूस संबंधों की अहमियत को और भी  साफ कर दिया है। पुतिन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर उनके कई मित्र हैं, लेकिन एशिया में प्रधानमंत्री मोदी उनके सबसे खास हैं।

PM मोदी की ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति की सराहना

पुतिन ने भारत की ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति और मोदी सरकार के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि ये नीति भारत को न केवल आर्थिक विकास में तेजी दे रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय निवेश के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है। उन्होंने मोदी सरकार के राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देने और आर्थिक प्रगति के प्रयासों की सराहना की।

पुतिन और मोदी की यारी का नया अध्याय

पुतिन का ये बयान रूस में साल के अंत में होने वाली प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आया। जब उनसे पूछा गया कि वे जीवित और मृत किन हस्तियों के साथ चाय पीना पसंद करेंगे, तो उन्होंने जर्मनी के पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल, फ्रांस के जैक शिराक, और इटली के सिल्वियो बर्लुस्कोनी का नाम लिया। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके साथ उनके संबंध “बहुत अच्छे” हैं।

मोदी-पुतीन की यारी

2025 में भी जारी रहेगा ये मजबूत सहयोग

ये साफ है कि मोदी और पुतिन की ये जोड़ी केवल 2024 तक सीमित नहीं रहेगी। दोनों नेता मिलकर रक्षा, ऊर्जा, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारी

पुतिन की टिप्पणी भारत-रूस द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन से पहले आई है, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रक्षा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में और भी मजबूत समझौते होने की संभावना है।

दोनों देशों के सहयोग से घबराए दुश्मन

भारत और रूस के मजबूत होते संबंध वैश्विक मंच पर एक सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। चाहे हथियारों का निर्माण हो या ऊर्जा साझेदारी, दोनों देश हर मोर्चे पर मजबूती से खड़े हैं। यही वजह है कि उनके साझा दुश्मन परेशान हैं और इस दोस्ती को चुनौती देने में असमर्थ नजर आते हैं।

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