PM मोदी की ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति की सराहना
पुतिन ने भारत की ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति और मोदी सरकार के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि ये नीति भारत को न केवल आर्थिक विकास में तेजी दे रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय निवेश के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है। उन्होंने मोदी सरकार के राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देने और आर्थिक प्रगति के प्रयासों की सराहना की।
पुतिन और मोदी की यारी का नया अध्याय
पुतिन का ये बयान रूस में साल के अंत में होने वाली प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आया। जब उनसे पूछा गया कि वे जीवित और मृत किन हस्तियों के साथ चाय पीना पसंद करेंगे, तो उन्होंने जर्मनी के पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल, फ्रांस के जैक शिराक, और इटली के सिल्वियो बर्लुस्कोनी का नाम लिया। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके साथ उनके संबंध “बहुत अच्छे” हैं।
2025 में भी जारी रहेगा ये मजबूत सहयोग
ये साफ है कि मोदी और पुतिन की ये जोड़ी केवल 2024 तक सीमित नहीं रहेगी। दोनों नेता मिलकर रक्षा, ऊर्जा, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारी
पुतिन की टिप्पणी भारत-रूस द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन से पहले आई है, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रक्षा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में और भी मजबूत समझौते होने की संभावना है।
दोनों देशों के सहयोग से घबराए दुश्मन
भारत और रूस के मजबूत होते संबंध वैश्विक मंच पर एक सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। चाहे हथियारों का निर्माण हो या ऊर्जा साझेदारी, दोनों देश हर मोर्चे पर मजबूती से खड़े हैं। यही वजह है कि उनके साझा दुश्मन परेशान हैं और इस दोस्ती को चुनौती देने में असमर्थ नजर आते हैं।